महाराष्ट्र के ठाणे से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. दरअसल, यहां शाहपुर के सरकारी अस्पताल में माता-पिता अपने बेटे के पैर का इलाज कराने पहुंचे थे पर डॉक्टरों ने पैर की जगह उसके प्राइवेट पार्ट का ही ऑपरेशन कर दिया. माता-पिता ने शिकायत की तो मेडिकल अफसर ने बताया कि मेडिकल अफसर ने बताया कि डॉक्टरों ने कोई भी गलती नहीं की है. बच्चे के प्राइवेट में समस्या थी इसलिए उसकी सर्जरी की गई. डॉक्टर शायद ऑपरेशन के बारे में माता-पिता को बताना भूल गए होंगे. माता पिता की मानें तो उनके बेटे को खेलते-खेलते चोट आई थी.
गलती से किसी और मरीज के परिजन को दी ऑपरेशन की जानकारी
जानकारी के अनुसार, पीड़ित बच्चे के माता-पिता डॉक्टरों की सफाई को नहीं मान रहे हैं. उन्होंने शाहपुर पुलिस से शिकायत की है. मामला दर्ज नहीं हुआ है. पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. सिविल सर्जन ने मामले की जांच के लिए आश्वस्त किया है. मेडिकल अफसर का कहना है कि एक ही दिन एक ही उम्र के दो बच्चों का ऑपरेशन हुआ था. डॉक्टरों ने शायद किसी कन्फ्यूजन में ऑपरेशन की जानकारी दूसरे मरीज के परिजनों को दे दी होगी.
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परिजनों ने बताई पूरी कहानी
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, माता-पिता का कहना है कि पिछले माह उनका बेटा अपने दोस्तों के साथ खेल रहा था. खेल-खेल में उसके पैर में चोट लग गई थी. 15 जून को बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया था. डॉक्टरों ने पैर की जगह उसके प्राइवेट पार्ट का ऑपरेशन कर दिया. गलती का एहसास होने पर उन्होंने बाद में बच्चे के पैर की सर्जरी की.
डॉक्टरों ने दी सफाई
मामले में डॉ. गजेंद्र पवार ने कहा कि बच्चे के पैर में चोट तो थी ही पर साथ ही उसे फिमोसिस की समस्या भी थी. इसी वजह से उसके दो ऑपरेशन किए गए. डॉक्टरों ने जो किया वह सही था, इसमें कोई गलती नहीं है.
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