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उरी हमला: एनआईए ने दो आरोपी पाकिस्तानी नागरिकों को छोड़ा

एनआईए ने बुधवार को कहा कि पिछले साल जम्मू एवं कश्मीर के उरी में सेना मुख्यालय पर हुए आतंकवादी हमले के मामले में गिरफ्तार दो पाकिस्तानी किशोरों को रिहा कर दिया गया है।

Updated on: 10 Mar 2017, 12:27 PM

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को कहा कि पिछले साल जम्मू एवं कश्मीर के उरी में सेना मुख्यालय पर हुए आतंकवादी हमले के मामले में गिरफ्तार दो पाकिस्तानी किशोरों को रिहा कर दिया गया है।

पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के निवासी फैजल हुसैन अवान और उसके मित्र अहसान खुर्शीद को रिहा कर दिया गया।

आतंकवाद रोधी कानून प्रवर्तन एजेंसी ने 18 सितंबर, 2016 को हुए हमले में आरोपियों की संलिप्तता को लेकर कोई सबूत न मिलने के बाद दोनों को रिहा कर दिया।

उड़ी में 21 सितंबर को भारतीय सेना के ब्रिगेड मुख्यालय पर आतंकवादी हमले में 19 जवान शहीद हो गए थे। भारत ने हमले का आरोप पाकिस्तान पर लगाया था।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कहा, 'हुसैन तथा खुर्शीद को रिहा कर दिया गया और उन्हें वापस पाकिस्तानी अधिकारियों के पास भेजने के लिए आज (बुधवार) सेना के 16 कोर मुख्यालय को सौंप दिया गया।'

एनआईए की अब तक की जांच में खुलासा हुआ है कि पढ़ाई को लेकर अपने अभिभावक के दबाव से परेशान होकर दोनों सीमा पार कर भारतीय क्षेत्र में चले आए थे।

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एजेंसी ने कहा कि बयान, मोबाइल फोनों का तकनीकी विश्लेषण, जब्त किए गए जीपीएस (ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम) उपकरणों तथा अन्य परिस्थितिजन्य सबूतों के रूप में इकट्ठा किए गए साक्ष्यों से संदिग्धों का कोई जुड़ाव सामने नहीं आया।

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