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जम्मू-कश्मीर में 16 जगहों पर NIA की छापेमारी, वॉयस ऑफ हिंद और टीआरएफ के ठिकानों को बनाया निशाना

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सीआरपीएफ की मदद से घाटी में 16 जगहों पर छापेमारी की. ये छापेमारी दो मामलों से जुड़ी है। इसमें से एक केस 'आईएसआईएस-वॉयस ऑफ हिंद' से जुड़ा है, वहीं दूसरा मामला 'बठिंडी आईईडी रिकवरी' सें संबंधित है.

Updated on: 10 Oct 2021, 01:16 PM

highlights

  • एनआईए के अधिकारियों ने श्रीनगर,अनंतनाग और बारामूला जिलों में छापेमारी करी.
  • यह मामला 'वॉयस ऑफ हिंद' पत्रिका से संबंधित है.

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने रविवार को सीआरपीएफ की मदद से घाटी में 16 जगहों पर छापेमारी की. ये छापेमारी दो मामलों से जुड़ी है। इसमें से एक केस 'आईएसआईएस-वॉयस ऑफ हिंद' से जुड़ा है, वहीं दूसरा मामला 'बठिंडी आईईडी रिकवरी' सें संबंधित है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एनआईए के अधिकारियों ने श्रीनगर,अनंतनाग और बारामूला जिलों में छापेमारी करी. बताया जा रहा है कि यह मामला 'वॉयस ऑफ हिंद' पत्रिका से संबंधित है. इसका लक्ष्य भारत में प्रभावशाली युवाओं को गुमराह कर कट्टरपंथी बनाने की कोशिश है. वहीं दूसरे मामले में जम्मू के बठिंडी इलाके में एक विस्फोटक उपकरण (आईईडी) की बरामदगी को लेकर है. 

इन जगहों पर छापेमारी

गौरतलब है कि रविवार को एनआईए ने हासन रोड कंस्ट्रक्शन कंपनी में ड्राइवर का काम करने वाले आरीपोरा जेवान के नईम अहमद भट के घर, बागी नंद सिंह चट्टाबल में मुश्ताक अहमद डार के आवास पर छापेमारी करी गई. इनके पास से पांच मोबाइल फोन को जब्त करे गए हैं. इसके अलावा सोलीना पाईन के सुहैल अहमद भट, पीएस शेरगढ़ी के घर पर छापेमारी मारी। इसके साथ बहाउद्दीन साहब नौहट्टा को ताहिर अहमद नजर के आवास से हिरासत में ले लिया. हिरासत में इनके पास से लैपटॉप और एक मोबाइल जब्त करा गया.

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए ) ने जम्मू-कश्मीर में 16 जगहों पर छापा मारा।  बताया जा रहा है कि वॉयस ऑफ हिंद और  टीआरएफ से जुड़े मामलों में यह कार्रवाई हुई. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 'वॉयस ऑफ हिंद' पत्रिका (जिसका मकसद प्रभावशाली युवाओं को उकसाना और कट्टरपंथी बनाना है) के प्रकाशन और आईईडी की बरामदगी के संबंध में जम्मू-कश्मीर में 16 जगहों पर छापा मारा. दरअसल कश्मीर में बीते दो दिनों में पांच आम लोगों की हत्या हुई.  घाटी में एक बार फिर बढ़ते आतंकवाद को लेकर चिंता जाहिर की जाने लगी है. माना जा रहा है कि हालिया घटनाओं से लोगों में डर पैदा किया जा रहा है.

गौरतलब है कि भारत (India) में पाकिस्तान आतंकवाद फैलाने के नए-नए हथकंड़े अपना रहा है। कई आतंकी हमले नाकाम होने के बाद से पाक दशहत फैलाने की कोशिश कर रहा है।  यूरोप के लोन वोल्फ हमलों की तर्ज पर आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में हाइब्रिड या पार्ट टाइम आतंकवादियों की मदद से गैर कश्मीरी खासकर हिंदू-सिख को को निशाना बनाने का प्रयास हो रहा है। बीते 48 घंटों में इस तरह के हमलों में पांच नागरिकों को निशाना बनाया गया।

बीते गुरुवार को प्रिंसिपल और टीचर की हत्या की जिम्मेदारी द रेजिस्टेंस ग्रुप (TRF) ने ली थी। इसे लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar E Taiba) का ही मुखौटा माना जाता है। इन हाइब्रिड आतंकियों को गंभीरता लेते हुए गृह मंत्रालय ने अजित डोभाल सहित आईबी और अन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की थी. आंकड़ों के अनुसार इस साल अब तक 28 निर्दोष नागरिकों की हत्या हुई है.