एनआईए ने जम्मू-कश्मीर में प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी के 40 ठिकानों पर की छापेमारी
एनआईए ने जम्मू-कश्मीर में प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी के 40 ठिकानों पर की छापेमारी
श्रीनगर:
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने प्रतिबंधित जम्मू-कश्मीर जमात-ए-इस्लामी के प्रमुख सदस्यों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के बाद रविवार को केंद्रशासित प्रदेश में कई स्थानों पर छापे मारे।एनआईए के सूत्रों ने कहा कि जमात-ए-इस्लामी (जेईआई) के प्रमुख सदस्यों और संगठन के कार्यालयों के 40 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की गई।
सूत्रों ने कहा कि जेएम के खिलाफ एक नई प्राथमिकी दर्ज की गई है और आज की छापेमारी इस प्राथमिकी से संबंधित जांच का हिस्सा है।
रिपोटरें में कहा गया है कि श्रीनगर के नौगाम बाहरी इलाके में स्थित जेएम के स्वामित्व वाले फलाह-ए-आम ट्रस्ट पर भी छापा मारा गया है।
सूत्रों ने कहा कि इन छापों का फोकस प्रतिबंधित संगठन के फंडिंग स्रोतों की जांच करना है।
जांच से जुड़े एनआईए के एक अधिकारी ने कहा कि एजेंसी सीआरपीएफ के साथ मिलकर कई जिलों में कई जगहों पर तलाशी ले रही है।
हालांकि, अधिकारी मामले की जानकारी साझा करने पर चुप्पी साधे है।
एजेंसी के एक सूत्र ने बताया कि आतंकवाद निरोधी जांच एजेंसी प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात-ए-इस्लामी के वरिष्ठ सदस्यों से जुड़े परिसरों की तलाशी ले रही है।
सूत्र ने कहा कि कम से कम 40 स्थानों पर तलाशी चल रही है।
सूत्र ने बताया कि डोडा, बडगाम, किश्तवाड़, रामबन, अनंतनाग, गांदरबल, शोपियां, राजौरी और केंद्र शासित प्रदेश के अन्य जिलों में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
हाल के दिनों में एनआईए ने दो अलग-अलग मामलों में अलग-अलग जगहों पर तलाशी ली है और कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
400 साल पहले 2 फीट की थी मूर्ति, अब हो गई है 12 फीट ऊंची, जानें भूफोड़ हनुमान जी की रहस्यमयी कहानी
-
Aaj Ka Panchang 24 April 2024: क्या है 24 अप्रैल 2024 का पंचांग, जानें शुभ-अशुभ मुहूर्त और राहु काल का समय
-
Vastu Tips For Study: वास्तु शास्त्र के अनुसार बच्चों की पढ़ाई के लिए ये दिशा है बेस्ट
-
Power of Sanatan Dharma: सनातन धर्म की शक्ति क्या है? जानें इसका इतिहास और महत्व