एनआईए (NIA) ने बुधवार को जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के मुखिया यासिन मलिक को टेरर फंडिंग में गिरफ्तार कर लिया. यासीन मलिक पर जम्मू कश्मीर में अलगाववादियों को शह देने का भी आरोप है. एनआईए के आधिकारिक सूत्रों ने पीटीआई को यह जानकारी दी. यासीन मलिक को एक दिन पहले दिल्ली लाया गया था और विशेष अदालत में पेश किया गया था. वहां से यासीन मलिक को कस्टडी में लेने का आदेश मिलने के बाद यह कार्रवाई की गई.
जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) प्रमुख यासीन मलिक को मंगलवार को दिल्ली की तिहाड़ जेल में शिफ्ट किया था. अधिकारियों के मुताबिक, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अलगाववादी नेताओं और आतंकी संगठनों को धन मुहैया कराने के मामले में यासीन मलिक के खिलाफ प्रोडक्शन वारंट हासिल किया. जांच एजेंसी अब उससे दिल्ली में पूछताछ करेगी.
जम्मू एवं कश्मीर हाईकोर्ट ने तीन दशक पुराने एक मामले में मलिक के खिलाफ मामले को खोलने पर सीबीआई की याचिका पर फैसला सुरक्षित रखा था. जेकेएलएफ प्रमुख पर अपहरण, हत्या और पूर्व गृहमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रुबिया सईद के अपहरण और 1990 में चार भारतीय वायु सेना के कर्मियों के हत्या के मामलों का आरोपी है.
Source : News Nation Bureau