राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने बताया है कि छत्तीसगढ़ के बस्तर में पुलिसकर्मियों ने 2015 के नवंबर में कथित तौर पर 16 महिलाओं के साथ रेप और यौन उत्पीड़न किए।
NHRC की शनिवार को आई इस रिपोर्ट में बताया गया है कि कई और महिलाओं के साथ भी ऐसी घटनाएं हुई है। करीब 20 महिलाओं के बयान दर्ज होने बाकी हैं।
NHRC ने पुलिस वालों द्वारा महिलाओं के रेप संबंधी मीडिया रिपोर्ट्स के बाद संज्ञान लेते हुए नवंबर-2015 में बीजापुर के पांच गांव पेगदापल्ली, चिन्नागेलुर, पेद्दागेलुर, गुंडम और बर्गीचेरू में मामले की जांच की।
आयोग ने अपनी जांच में पाया है कि सभी पीड़ित महिलाएं आदिवासी थीं। जबकि रिपोर्ट्स दर्ज करते वक्त पुलिस ने एससी-एसटी एक्ट का पालन नहीं किया जिसके कारण उन्हें तत्काल सहायता भी नहीं मिल सकी।
इस संबंध में आयोग ने छत्तीसगढ़ सरकार को एक नोटिस जारी करके पूछा है कि क्यों न फैरी तौर पर पीड़ित महिलाओं को 37 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाए।
आयोग ने अपनी जांच के दौरान पाया कि 11 जनवरी से लेकर 14 जनवरी, 2016 के बीच भी सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत मिली है। यह मामले बीजापुर जिले के लेंद्रा गांव, सुकमा जिले के कुन्ना और दंतेवाड़ा के छोटेगडम गांव के हैं।
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Source : News Nation Bureau