राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को नोटिस भेजा है। एनएचआरसी ने दिल्ली पुलिस से बताने को कहा है कि 22 फरवरी को रामजस कॉालेज के बाहर खड़े छात्रों के साथ हाथापाई क्यों हुई?
दरअसल दिल्ली पुलिस पर आरोप लगा है कि 22 फरवरी को आंदोलन कर रही छात्राओं पर महिला पुलिस ने पर्सनल अटैक किया है। यही नहीं वहां खड़े मीडियाकर्मी और प्रदर्शन को रिकॉार्ड कर रहे कैमरामैन का कैमरा भी छीन लिया।
ऐसा भी कहा जा रहा है कि इस घटना को कवर कर रहे कुछ पत्रकारों पर दिल्ली पुलिस ने लात और घूसे बरसाए हैं। कुछ लोगों को दिल्ली पुलिस ने थप्पड़ तक मारा है।
बाद में एनएचआरसी को छात्रों से इस संबंध में कई शिकायतें मिली थी। बाद में मीडिया ने भी इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा था कि कुछ छात्रों को सोशल साइट्स पर भी धमकियां भी दी जा रही है। ज़ाहिर है इससे पहले कई छात्रों ने भी कुछ इसी तरह के आरोप लगाये थे।
एनएचआरसी ने दिल्ली पुलिस को इस मामले में चार हफ्तों का समय देते हुए अपना जवाब रखने को कहा है।