उत्तर प्रदेश में हुए फर्जी मुठभेड़ की खबर सामने आने के बाद मानवाधिकार आयोग ने योगी सरकार को नोटिस जारी किया है।
राज्य में योगी सरकार बनने के बाद से गैंगस्टर और अपराधियों के खिलाफ बड़े स्तर पर हो रही कार्रवाई उस वक्त सवालों के घेरे में आ गई जब यूपी के नोएडा में फर्जी मुठभेड़ का मामला सामने आया।
3 फरवरी को नोएडा सेक्टर 122 में 4 पुलिसकर्मियों ने सीएनजी स्टेशन पर कहासुनी के बाद एक जिम ट्रेनर जितेंद्र यादव पर गोली चला दी।
जितेंद्र के परिजनों का कहना है कि प्रमोशन पाने के लिए दरोगा ने यह एनकाउंटर करने की कोशिश की। इस मामले में चारों पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
यूपी में हुए इस कथित फर्जी एनकाउंटर की गूंज राज्यसभा में भी सुनाई दी।
समाजवादी पार्टी के सांसदों ने इस मामले पर स्थगन प्रस्ताव लाते हुए चर्चा कराने की मांग की। हालांकि अनुमित नहीं मिलने से बिफरे पार्टी सांसदों ने सदन में जमकर नारेबाजी की।
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HIGHLIGHTS
- उत्तर प्रदेश में हुए फर्जी मुठभेड़ की खबर सामने आने के बाद मानवाधिकार आयोग ने योगी सरकार को नोटिस जारी किया है
- यूपी के नोएडा में हुए कथित फर्जी मुठभेड़ का मामला सामने आने के बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार ने दिया योगी सरकार को नोटिस
Source : News Nation Bureau