NGT ने वैष्णो देवी दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की संख्या पर लगाई लिमिट, 50,000 से ज्यादा लोगों को नहीं मिलेगी इजाजत
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने जम्मू-कश्मीर में वैष्णों देवी मंदिर में एक दिन में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को 50,000 तय की हैं।
highlights
- एनजीटी ने एक दिन में वैष्णों देवी के दर्शन करने की सीमा 50000 तय की
- श्राइन परिसर में चल रहे नए निर्माण कार्यों को भी तत्काल प्रभाव से बंद करने के आदेश
नई दिल्ली:
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने जम्मू-कश्मीर में वैष्णों देवी मंदिर में एक दिन में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या तय कर दी है। एनजीटी ने अपने आदेश में कहा है कि एक दिन में वैष्णो देवी मंदिर में 50,000 से ज्यादा श्रद्धालुओं को दर्शन की इजाजत नहीं मिलेगी।
एनजीटी ने कहा, 'वैष्णो देवी श्राइन में एक दिन में केवल 50,000 लोगों को ही जाने की अनुमति दी जाएगी। इससे ज्यादा लोगों को या तो अर्धकुमारी या फिर कटरा में ही रोक दिया जाएगा।' इसके अलावा मंदिर परिसर में चल रहे नए निर्माण कार्यों को भी तत्काल प्रभाव से बंद करने के आदेश दिए हैं।
इसी साल की शुरुआत में नवरात्र के पहले तीन दिन करीब एक लाख लोगों ने प्रसिद्ध वैष्णो देवी के मंदिर के दर्शन किए थे। एक अधिकारी ने बताया कि साउथ कश्मीर के त्राल में ग्रेनेड अटैक के बाद यह संख्या घटकर सीधे 27,500 हो गई थी। इस अटैक में 2 नागरिकों की जान चली गई थी और करीब 30 से ज्यादा घायल हुए थे।
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एनजीटी ने कहा है कि वैष्णो देवी में केवल पैदल चलने वालों और बैट्री से चलनेवाली कार के लिए एक विशेष रास्ता 24 नवंबर से खोला जाएगा। इस रास्ते पर टट्टू भी नहीं चलेंगे। एनजीटी ने कटरा में गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ 2000 रुपये जुर्माना लगाने का आदेश दिया है।
बता दें कि माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड वैष्णो देवी भवन और यात्रा से संबंधित सभी सुविधाओं की देख-रेख करता है। राज्य के राज्यपाल इसके प्रमुख होते हैं।
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