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Rafale( Photo Credit : News Nation)
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इस खेप में 3 राफेल का अगला जत्था आज फ्रांस से भारत के लिए रवाना हो चुका है. नए विमान फ्रांस के इस्ट्रेस से गुजरात के जामनगर पहुंचेंगे और इस यात्रा के दौरान फ्रेंच एयर फोर्स का मिड एयर रिफ्यूलिंग एयरक्राफ्ट उनके साथ होगा.
Rafale( Photo Credit : News Nation)
अगले कुछ घंटों में भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के खेमे में 3 और राफेल फाइटर जेट (Rafale Fighter Jet) शामिल होने वाले हैं. भारतीय वायुसेना की ताकत बढ़ाने वाले युद्धक विमान राफेल (Rafale) की अगली खेप फ्रांस (France) से रवाना हो गई है. इस खेप में 3 राफेल का अगला जत्था आज फ्रांस से भारत के लिए रवाना हो चुका है. फ्रांस में स्थित भारतीय दूतावास (Indian Embassy in France) ने सभी पायलटों की सुगम उड़ान और सुरक्षित लैंडिंग की कामना की है. रास्ते में हवा में ही इनमें ईधन भरने की प्रक्रिया को अंजाम दिया जाएगा.
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नए विमान फ्रांस के इस्ट्रेस से गुजरात के जामनगर पहुंचेंगे और इस यात्रा के दौरान फ्रेंच एयर फोर्स का मिड एयर रिफ्यूलिंग एयरक्राफ्ट उनके साथ होगा. इस यात्रा के लिए भारतीय वायु सेना के पायलटों को फ्रांस के सेंट दिजिएर एयरबेस में बकायदे चरणबद्ध तरीके से ट्रेनिंग दी गई है. इन तीन नए विमानों के आने के बाद भारत के पास कुल 8 राफेल हो जाएंगे. भारत ने 29 जुलाई को पांच रफाल विमान हासिल किए थे. इन्हें 10 सितम्बर को अम्बाला में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान ‘गोल्डन एरोज स्क्वॉड्रन’ में शामिल किया गया था.
बता दें कि पिछले साल 29 जुलाई को पांच राफेल विमानों की पहली खेप भारत पहुंची थी. पहली खेंप भारत और फ्रांस के बीच 36 विमानों के लिए 59 हजार करोड़ रुपये का करार होने के चार साल बाद पहुंची थी. तीन राफेल विमानों की दूसरी खेंप पिछले साल तीन नवंबर को भारत पहुंची थी. राफेल विमानों को फ्रांस की कंपनी डुसाल्ट एविएशन ने बनाया है. तेइस साल पहले रूस से सुखोई विमान हासिल करने के बाद कोई बड़ा विमान करार अमल में आ रहा है.
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पिछले साल चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर दोनों देशों में काफी तनातनी देखी गई. LAC पर चीन भारत को आंखे दिखाने की कोशिश करता है, तो LoC पर पाकिस्तान भी लगातार नापाक हरकतों का अंजाम देता रहता है. जिसको देखते हुए भारत की तीनों सेनाएं भी अपनी तैयारियों में जुटी हुई हैं. पिछले साल राफेल लड़ाकू विमान जब आए तो उनको अंबाला स्थित एयरबेस पर तैनात किया गया था. अब राफेल के दूसरे स्क्वाड्रन को पश्चिम बंगाल के हाशिमारा पर तैनात करने का फैसला लिया गया है, ताकी वक्त रहते पूर्वोत्तर से लगती चीन की सीमा पर कार्रवाई की जा सके.
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