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दिल्‍ली हिंसा का नया वीडियो सामने आया, भीड़ ने DCP पर किया था पथराव

दिल्‍ली हिंसा (Delhi Violence) का नया वीडियो सामने आया है, जिसमें बेकाबू भीड़ डीसीपी (DCP) पर पथराव करती नजर आ रही है. दिल्‍ली पुलिस ने वीडियो को सही करार दिया है.

Updated on: 05 Mar 2020, 01:58 PM

नई दिल्‍ली:

दिल्‍ली हिंसा (Delhi Violence) का नया वीडियो सामने आया है, जिसमें बेकाबू भीड़ डीसीपी (DCP) पर पथराव करती नजर आ रही है. दिल्‍ली पुलिस ने वीडियो को सही करार दिया है. वीडियो 24 फरवरी का बताया जा रहा है, जिसमें भीड़ पुलिस पर पथराव (Stone Pelting) कर रही है. वीडियो चांदबाग़ (Chandbagh) का बताया जा रहा है. बीजेपी नेता संबित पात्रा ने यह वीडियो टिवटर पर साझा किया है. संबित पात्रा का कहना है कि यह वहीं जगह है जहां दिल्‍ली पुलिस के हेड कांस्‍टेबल रतनलाल को मारा गया था.

संबित पात्रा ने वीडियो साझा करते हुए कहा, ''न संसद में ..ना सुप्रीम कोर्ट में ... बल्कि सड़क पर देश की संविधान की रक्षा करते सोनिया जी और हर्ष मन्दर के शांतिप्रिय साथी. ये अपने घरों से निकलकर सोनिया जी के कहने पर आर-पार की लड़ाई लड़ रहे हैं. मित्रों, यह वही स्थान है, जहां हेड कांस्‍टेबल रतनलाल जी को मारा गया था.''

उधर, बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने भी एक वीडियो साझा करते हुए लिखा है- ''ये हैं मोहम्मद अथर, आम आदमी पार्टी चांद बाग का नेता. DCP अमित शर्मा पर जानलेवा हमला व कांस्टेबल रतनलाल जी की हत्या करने वाली भीड़ को यही लाया था. पहली फ़ोटो में इसका व्हाट्सएप स्टेटस में लिखा है 'मोदी योगी खूनी है'. जनता कह रही हैं इसको भगाने में दुर्गश पाठक और संजय सिंह शामिल है.''

दिल्ली पुलिस के एसीपी अनुज की ओर से कहा गया है कि घटना 24 तारीख की है. वजीराबाद रोड पर अचानक भीड़ पहुंच गई थी. हम निजी साधन से यमुना विहार गए थे. वहां डीसीपी बेहोश होकर डिवाइडर के पास गिरे हुए थे. एसीपी ने कहा कि भीड़ में सब दंगाई थे

बताया जा रहा है कि चांदबाग के पास दो गुटों में झगड़ा और बवाल की खबर मिलते ही डीसीपी अमित शर्मा वहां पहुंचे थे, लेकिन उपद्रवियों ने पुलिस पर हमला बोल दिया. पुलिस रोकने में जुटी थी तभी पथराव इतना बढ़ गया जिससे पुलिस को पीछे हटना पड़ा. पुलिस पर पथराव के अलावा फायरिंग भी की गई. क्राइम ब्रांच की SIT वीडियो की जांच कर रही है वहीं जो पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद थे उन सभी के बयान लिए गए हैं. दावा किया जा रहा है कि इस भीड़ में ही उपद्रवियों ने रतन लाल पर फायरिंग की थी.