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कमलेश तिवारी हत्याकांड में नया खुलासा, सामने आया यह पाकिस्तानी कनेक्शन!

हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में गुजरात के सूरत से हिरासत में लिए गए तीन संदिग्धों पूछताछ की जा रही है.

Updated on: 20 Oct 2019, 10:46 AM

नई दिल्ली:

हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में गुजरात के सूरत से हिरासत में लिए गए तीन संदिग्धों पूछताछ की जा रही है. इस हत्याकांड में गुजरात एटीएस ने तीन संदिग्धों मौलाना मोहसिन शेख सलीम, फैजान और राशिद पठान को पकड़ा है. जिनमें से मुख्य आरोपी राशिद पठान का पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आ रहा है. सूत्रों का कहना है कि राशिद पठान ने दुबई में जिस कंपनी में काम किया था, उसका मालिक पाकिस्तानी है. इस खुलासे के बाद से एटीएस आरोपी राशिद पठान के पाकिस्तानी कनेक्शन की जांच में जुट गई है.

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इससे पहले सूत्रों ने बताया था कि कमलेश तिवारी की हत्या का मास्टरमाइंड दुबई बेस राशिद पठान दो महीने पहले साजिश को अंजाम देने के लिए भारत आया था. राशिद ने इस हत्या के लिए अपने भाई मोईनुद्दीन पठान और अशफाक शेख को तैयार किया था. जबकि मौलवी मोहसिन ने दोनों को रेडिक्लाइज करने के लिए दीनी भाषण दिया था. इस हत्याकांड में आतंकवादी संगठन आईएसआईएस का हाथ होने की आशंका जताई जा रही थी, लेकिन अल हिन्द नाम के एक अनाम संगठन ने कमलेश तिवारी की हत्या में कथित तौर पर अपना हाथ क्लेम किया.

हालांकि उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओ.पी. सिंह ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसी भी आतंकी संगठन की भूमिका से इनकार किया था. डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि इस हत्याकांड का अब तक आतंकवाद से संबंध होने का संकेत नहीं मिला है. शुरुआती पूछताछ से लगता है कि 2015 में कमलेश तिवारी द्वारा दिया गया भाषण उनकी हत्या की वजह हो सकता है. वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि जो भी इस घटना में सम्मिलित होगा, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.

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गौरतलब है कि शुक्रवार को लखनऊ में हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की उनके दफ्तर में हत्या कर दी गई. उनके शरीर में किसी धारदार हथियार या चाकू से किए गए कई वार के निशान हैं. उन्हें एक गोली भी मारी गई थी. घटनास्थल से जांच के दौरान मिले मिठाई के डिब्बे से अहम सुराग मिले. शक है कि मिठाई के डिब्बे में ही तिवारी को मारने के लिए हथियार लाए गए थे.