/newsnation/media/post_attachments/images/2023/09/07/loc1-58.jpg)
LOC ( Photo Credit : social media )
जम्मू कश्मीर में पिछले कुछ दिनों से बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान की तरफ से घुसपैठ की कोशिशें तेज हुई है. इसके बाद सेना और पुलिस ने घुसपैठ पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए नई रणनीति तैयार की है. नई रणनीति के तहत बॉर्डर के संवेदनशील इलाके जहां घुसपैठ की संभावना बनी रहती है या फिर इन इलाकों में आतंकियों की मोजूदगी है. वहां जम्मू कश्मीर पुलिस सेना के साथ अपने के जवानों की एडिशनल टुकड़ियों को भेज रही है. इन जवानों को इसलिए भेजा जा रहा है ताकि बॉर्डर ग्रीड को और ताकतवर किया जा सके और घुसपैठ की किसी भी कोशिश को नाकाम किया जा सके.
ये कदम इसलिए उठाया जा रहा है क्योंकि सुरक्षाबलों के पास इस तरह के इनपुट मोजूद है की पाकिस्तान से तरफ आतंकी संगठन और ISI लागतार आतंकियों की घुसपैठ करवाने की साजिश रच रही है. बॉर्डर पार लॉन्च पैड में कई आतंकी मोजूद है जो घुसपैठ की फिराक में है.
इस साल 1 जुलाई से अब तक कई घुसपैठ की कोशिशें हो चुकी है जिनमे सेना आधा दर्जन से ज्यादा घुसपैठियों को बॉर्डर पर ढेर कर चुकी है. बुधवार को भी पूंछ के मंडी इलाके में सेना ने ऐसी ही एक कोशिश को नाकाम करते हुए दो आतंकवादियों को मार गिराया जिनके पास से भारी तादाद में गोला बारूद बरामद हुए. ऐसे में इन्ही कोशिश के मद्देनजर पुलिस और सेना की ये नई रणनीति काम आ रही है.
इस नई रणनीति बनाने के पीछे का कारण ये है की राजौरी और पूंछ में आतंकियों के खिलाफ पिछले कुछ महीने में सेना और पुलिस ने जो ज्वाइंट ऑपरेशन चलाए है उनमें सेना और पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. खुफिया जानकारी से लेकर ऑपरेशन तक पुलिस और सेना मिल कर काम कर रही है. इसका नतीजा है की पिछले कुछ महीनो में अलग अलग राजौरी और पूंछ में मोजूद 9 आतंकियों को मारा जा चुका है जबकि बचे हुए आतंकियों को मरने के लिए लागतार सेना और पुलिस मिल कर ज्वाइंट ऑपरेशन चला रही है.
Source : News Nation Bureau