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गरीबी उन्मूलन का लक्ष्य ऐसे साकार किया चीन ने

गरीबी उन्मूलन का लक्ष्य ऐसे साकार किया चीन ने

Updated on: 16 Oct 2021, 06:45 PM

बीजिंग:

पूरी दुनिया में गरीबी पर अकसर चर्चा होती है। क्योंकि यह हमारे सामने खड़ी एक बड़ी चुनौती है। विशेषकर कोरोना महामारी के दौर में इसका ज्यादा जिक्र हो रहा है। इस बीच 17 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस है। इस रिपोर्ट के जरिए जानते हैं कि विश्व के सबसे अधिक आबादी वाले देश चीन ने इस चुनौती से किस तरह मुकाबला किया।

यहां बता दें कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 18वीं कांग्रेस के बाद से चीन ने आठ साल की व्यापक कोशिशों से नए युग में गरीबी उन्मूलन के लक्ष्य को पूरा किया। वर्तमान मानकों के तहत सभी ग्रामीण गरीब नागरिकों को गरीबी से बाहर निकाला जा चुका है और सभी गरीब काउंटियों ने गरीबी से छुटकारा पाया है। पूर्ण गरीबी और क्षेत्रीय समग्र गरीबी का पूरी तरह उन्मूलन कर दिया गया है। इस अवधि में 10 करोड़ गरीब आबादी को गरीबी के दलदल से बाहर निकाला गया, जिस पर दुनिया का ध्यान आकर्षित हुआ।

वर्तमान गरीबी मानकों के अनुसार, देश में सुधार और खुलेपन की नीति लागू होने के बाद से लेकर अब तक, चीन में 77 करोड़ ग्रामीण गरीबों को गरीबी के चंगुल से छुटकारा दिलाया गया है। विश्व बैंक के अंतरराष्ट्रीय गरीबी मानकों के अनुसार, वैश्विक स्तर पर गरीबों की संख्या में जितनी कमी आयी, उसका 70 प्रतिशत से ज्यादा चीन से है।

25 फरवरी को चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने पेइचिंग में आयोजित राष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन सारांश और पुरस्कार वितरण समारोह में कहा कि चीन सक्रिय रूप से गरीबी खत्म करने संबंधी अंतरराष्ट्रीय सहयोग करता है। गरीबी में कमी लाने के लिए अपनी अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारियों का कार्यान्वयन करता है और साथ ही साथ अपनी क्षमता के भीतर विकासशील देशों को सहायता देता है। चीन अंतर्राष्ट्रीय गरीबी के स्तर में कमी को आगे बढ़ाने वाला एक शक्तिशाली देश है। गरीबी उन्मूलन में प्राप्त उपलब्धियों का संबंध चीन से ही नहीं, बल्कि दुनिया से भी है। चीन ने मानव जाति के साझे भाग्य समुदाय की स्थापना को बढ़ावा देने में अपना योगदान दिया है।

ध्यान रहे कि चीन ने 2021 के लिए अपना नंबर 1 केंद्रीय दस्तावेज भी जारी किया है। जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों के विकास को व्यापक रूप से आगे बढ़ाने के साथ-साथ कृषि और गांवों के आधुनिकीकरण में तेजी लाने के प्रयासों पर जोर दिया गया है। वर्ष 2004 से अब तक कृषि व ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति सुधारने के लिए हर साल सरकारी एजेंडे में जोर दिया जाता है। यह इस बात का द्योतक है कि चीन कृषि व गांवों के विकास को बहुत महत्व देता है। इसके साथ ही 14वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान भी चीनी कम्युनिस्ट पार्टी उक्त क्षेत्रों को सर्वोच्च प्राथमिकता देगी। ताकि दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वालों को समाज की मुख्य धारा में शामिल किया जा सके।

जैसा कि हम जानते हैं कि 17 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस है। संयुक्त राष्ट्र संगठन ने 22 दिसंबर 1992 को अपनी बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया। 1993 से, 17 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस के रूप में नामित किया गया है। गरीबी 21वीं सदी की सबसे गंभीर चुनौतियों में से एक है। चुनौती का सामना करने के लिए, चीनी राज्य परिषद ने 1 अगस्त 2014 से प्रत्येक 17 अक्टूबर को गरीबी उन्मूलन दिवस स्थापित करने का निर्णय लिया।

(साभार---चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)

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