18 दिसंबर की सुबह सानशिंगत्वेई विरासत और चिनशा विरासत द्वारा संयुक्त रूप से विश्व सांस्कृतिक विरासत के लिये आवेदन की संवर्धन बैठक सछवान प्रांत में आयोजित की गयी। बैठक में सानशिंगत्वेई विरासत प्रबंध कमेटी और चिनशा विरासत संग्रहालय ने एक संयुक्त आवेदन सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किये। दोनों पक्ष विरासत के आवेदन व अनुसंधान, प्रदर्शन, प्रसार-प्रचार आदि पक्षों में व्यापक रूप से सहयोग करेंगे, और एक साथ पुरातन सछ्वान सांस्कृतिक विरासतों के संरक्षण व विकास को बढ़ावा देंगे।
गौरतलब है कि सानशिंगत्वेई विरासत 3000-4500 वर्ष पुरानी प्राचीन सछ्वान की सभ्यता व विकास का स्तर दिखा सकता है। वह उस समय यांग्त्जी नदी बेसिन में सबसे समृद्ध व सबसे बड़ी विरासत था। जो यांग्त्जी नदी की ऊपरी पहुंच पर प्राचीन सभ्यता का केंद्र था। सानशिंगत्वेई विरासत प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष वांग जूचोंग ने बैठक में कहा कि सानशिंगत्वेई विरासत चीनी सभ्यता के स्रोत का एक अविभाजित हिस्सा है। जो सभ्यता के विविध स्रोत और पुरातन शहरों के विकास की प्रक्रिया का अध्ययन करने के लिये बहुत मूल्यवान है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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Source : IANS