चीनी स्टेट काउंसलर व विदेश मंत्री वांगयी और रूसी विदेश मंत्री सर्गेईलावरोव ने 3 सितंबर को अलग अलग तौर पर तुंगनिंग गढ़ संग्रहालय द्वारा चीनी जनता के जापानी अतिक्रमण विरोधी युद्ध और विश्व फासिस्ट विरोधी युद्ध की विजय की 76वीं वर्षगांठ मनाने के लिए आयोजित एक गतिविधि में भाषण दिया ।
वांगयी ने एक लिखित भाषण में कहा कि 76 साल पहले चीन और रूस ने विश्व फासिस्ट विरोधी युद्ध की महान विजय के लिए विशाल राष्ट्रीय बलिदान दिया और अहम ऐतिहासिक योगदान दिया। वर्तमान में सौ साल में अभूतपूर्ण अंतरराष्ट्रीय परिवर्तन और वैश्विक महामारी से विश्व के विभिन्न देशों की जनता का भविष्य फिर एक बार घनिष्ठ रूप से जुड़ा हुआ है। रूस समेत अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ दूसरे विश्व युद्ध की विजय की उपलब्धियों की डटकर सुरक्षा करना ,वर्तमान अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की सुरक्षा करना ,और यूएन से केंद्रित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था तथा अंतरराष्ट्रीय कानून पर आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की सुरक्षा करने को तैयार है।
वांगयी ने कहा कि हमें सही माइने में बहुपक्षवाद लागू करना और वैश्विक शासन व्यवस्था में अन्यायपूर्ण तथा समुचित प्रबंधन में परिवर्तन लाना और मानवता के लिए साझे भविष्य के निर्माण पर कायम रहना चाहिए ।
रूसी विदेश मंत्री सर्गेईलावरोव ने वीडियो भाषण में कहा कि रूस और चीन दूसरे विश्व युद्ध के ऐतिहासिक तथ्यों व उपलब्धियों को तोड़ मरोड़ कर पेश करने और विजय पाने वाले देशों पर कीचड़ उछालने की डटकर निंदा करते हैं। विश्वास है कि चीन और रूस के बीच पीढ़ी दर पीढ़ी मित्रता और पारस्परिक समर्थन दोनों देशों के संबंधों के और तेज विकास को बढ़ाएगा और विश्व शांति व सुरक्षा को मजबूत करेगा ।
ध्यान रहे तुंगनिंग गढ़ लड़ाई दूसरे विश्व युद्ध की अंतिम लड़ाई है ,जो चीन और रूस के साथ साथ लड़ने का साक्षी है।
(साभार---चाइना मीडियाग्रुप ,पेइचिंग)
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS