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अमेरिका व ऑस्ट्रेलिया से नाराज हुआ फ्रांस

अमेरिका व ऑस्ट्रेलिया से नाराज हुआ फ्रांस

Updated on: 18 Sep 2021, 06:55 PM

बीजिंग:

स्थानीय समयानुसार 17 सितंबर की रात को फ्रांस ने एक असाधारण निर्णय की घोषणा की। इसके तहत उसने अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया स्थित अपने राजदूतों को वापस बुलाने का फैसला किया। यह पहली बार है जब फ्रांस ने दोनों देशों के राजदूतों को वापस बुलाया है। फ्रांस के विदेश मंत्री ले ड्रियन ने एक बयान में कहा कि यह निर्णय राष्ट्रपति के अनुरोध पर अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया द्वारा 15 तारीख को घोषित असाधारण गंभीर स्थिति की प्रतिक्रिया थी।

यह असाधारण गंभीर स्थिति अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया को उसी दिन एक नए सुरक्षा गठबंधन की स्थापना की घोषणा करने के लिए संदर्भित करता है, और ऑस्ट्रेलिया ने अमेरिका के साथ सहयोग स्थापित करने के लिए फ्रांस के साथ हस्ताक्षरित विशाल पनडुब्बी खरीद अनुबंध को तोड़ दिया है। अमेरिका द्वारा पकड़ा गया और ऑस्ट्रेलियाई पक्ष द्वारा अनुबंध तोड़ा गया। ऐसे में फ्रांस अब अपने गुस्से को निगल नहीं रहा है, और उसने अंतिम उपाय राजनयिक तरीके के रूप में राजदूत को वापस बुलाने का फैसला लिया है।

फ्रांसीसियों के गुस्से को कम करके नहीं आंका जा सकता है। अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के ब्लैक बॉक्स जुड़े हुए हैं, जैसे एक तेज ब्लेड को छेदना जो फ्रांस को चोट पहुंचाने और अपमान करने के समान है। आर्थिक हितों को नुकसान का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। ऑस्ट्रेलिया ने पनडुब्बी खरीद अनुबंधों में दसियों अरब डॉलर का नुकसान किया, जिसने रक्षा अनुबंध के लिए एक रिकॉर्ड बनाया।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.