ब्रिक्स के विकास के प्रति शी चिनफिंग की चीन योजना का दूरगामी प्रभाव है
ब्रिक्स के विकास के प्रति शी चिनफिंग की चीन योजना का दूरगामी प्रभाव है
बीजिंग:
11वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 14 नवंबर, 2019 को ब्राजील की राजधानी ब्रासीलिया में आयोजित हुआ था, जहां चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने सहयोग का नया अध्याय जोड़ने के लिए हाथ मिलाएं शीर्षक महत्वपूर्ण भाषण दिया था, जिसमें इस बात पर जोर दिया गया कि ब्रिक्स देशों को अपनी उचित जिम्मेदारियों का प्रदर्शन करना चाहिए, बहुपक्षवाद की वकालत और अभ्यास करना चाहिए, और शांतिपूर्ण व स्थिर सुरक्षा वातावरण तैयार करना चाहिए।बहुपक्षवाद पर शी के व्याख्यान ने न केवल ब्रिक्स सहयोग के लिए आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त किया है, बल्कि 2006 में स्थापित ब्रिक्स तंत्र के दूसरे स्वर्णिम दशक में निरंतर और मजबूत प्रेरक शक्ति लगायी है।
11वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन कोविड-19 महामारी के दुनिया भर में फैलने से पहले ब्रिक्स देशों के नेताओं के बीच हुआ अंतिम बार आमने-सामने वाला सम्मेलन था। ब्राजील के चीन अध्ययन केंद्र के निदेशक रोनी लिंस ने कहा कि शी चिनफिंग द्वारा प्रस्तुत बहुपक्षवाद का अभ्यास करने और एशिया-प्रशांत साझे भाग्य समुदाय और मानव साझे भाग्य समुदाय के निर्माण की अवधारणा व प्रस्ताव आज तक बहुत महत्वपूर्ण रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि बहुपक्षवाद, जिसकी शी चिनफिंग लंबे समय से वकालत करते आ रहे हैं, नए युग में विकसित होने का सबसे अच्छा तरीका है। मौजूदा वैश्विक स्थिति में, हमने वैश्वीकरण में कई समस्याओं का सामना किया है और सामाजिक असमानता बहुत बढ़ रही है। बहुपक्षवाद का विचार सभी देशों को स्पष्ट लक्ष्यों के साथ एकीकृत कर सकता है, व्यावहारिक अनुभव साझा कर सकता है और आर्थिक, सामाजिक प्रगति व सतत विकास को बढ़ा सकता है।
पिछले तीन वर्षों में, दुनिया के अन्य देशों की तरह, ब्रिक्स देशों ने अपने आर्थिक और सामाजिक विकास में कोविड-19 महामारी की गंभीर परीक्षा का सामना किया है। 22 मार्च, 2022 को, ब्रिक्स वैक्सीन अनुसंधान सेंटर का ऑनलाइन शुभारंभ हुआ। चीन, दक्षिण अफ्रीका, रूस, भारत और ब्राजील ने वैक्सीन के संयुक्त अनुसंधान और परीक्षण, कारखाने के सह-निर्माण, अधिकृत उत्पादन और मानकों की आपसी मान्यता आदि क्षेत्रों में गहन आदान-प्रदान और सहयोग किया, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य और वैक्सीन अनुसंधान में ब्रिक्स देशों के सहयोग के आगे बढ़ने का द्योतक है। इस बारे में ब्राजील के वर्गास फाउंडेशन के ब्राजील-चीन अनुसंधान केंद्र के निदेशक एवांड्रो मेनेजेस डी कार्वाल्हो ने कहा कि कोविड-19 महामारी के खिलाफ संयुक्त लड़ाई ने मानव साझे भाग्य समुदाय के निर्माण के महत्व पर प्रकाश डाला है।
उन्होंने कहा कि वैश्विक समस्याओं के समाधान के लिए सभी देशों के सहयोग की आवश्यकता है, और कोविड-19 के प्रकोप ने इसे बहुत स्पष्ट रूप से दिखाया है। इसलिए, मानव साझे भाग्य समुदाय की अवधारणा आज की वैश्विक समस्याओं का सामना करने के लिए एक आवश्यक शर्त बनती जा रही है।
2022 में चीन 14वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। चीन को उम्मीद है कि सभी पक्ष उच्च-गुणवत्ता वाली साझेदारी का निर्माण और वैश्विक विकास के नए युग का सहनिर्माण के विषय पर ध्यान केंद्रित करेंगे, ताकि ब्रिक्स सहयोग के दूसरे स्वर्णिम दशक की शुरूआत में मदद मिल सके।
(साभार---चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)
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