चीनी विदेश मंत्री छिन कांग ने 9 मई को बर्लिन में जर्मन विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक के साथ बातचीत की। छिन कांग ने कहा कि चीन और जर्मनी दोनों वैश्विक प्रभाव वाले प्रमुख देश हैं। मौजूदा अंतर्राष्ट्रीय स्थिति के तहत, संवाद और सहयोग को मजबूत किया जाना चाहिए। दोनों को संयुक्त रूप से चीन-जर्मनी सरकार के परामर्श के 7वें दौर की तैयारी करनी चाहिए, एक अच्छी रूपरेखा तैयार करने, परिणाम एकत्र करने और आने वाले समय में दोनों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में व्यावहारिक सहयोग के लिए एक व्यापक योजना बनानी चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि विभिन्न वैश्विक समस्याओं और चुनौतियों का सामना करते हुए देशों को टकराव के बजाय सहयोग और आपसी दोषारोपण के बजाय आपसी सम्मान की आवश्यकता है। चीन और जर्मनी को सही रास्ते पर डटा रहना चाहिए, संयुक्त रूप से नए शीत युद्ध और संबंध-विच्छेद का विरोध करना चाहिए, और विश्व शांति व समृद्धि में विश्वास एवं प्रेरणा का संचार करना चाहिए।
वहीं, बेयरबॉक ने कहा कि जर्मनी दोनों पक्षों के बीच उच्चस्तरीय आदान-प्रदान और विभिन्न क्षेत्रों में आदान-प्रदान और सहयोग को बहुत महत्व देता है और जर्मनी-चीन सरकार के परामर्श के 7वें दौर की अपेक्षा करता है। महामारी के बाद यह पहला ऑफलाइन परामर्श होगा, और यह दोनों देशों की नई सरकारों के बीच परामर्श का पहला दौर भी होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि हम समानता, स्थिरता और कार्रवाई पर ध्यान केंद्रित करने और परामर्श को बढ़ावा देते हुए सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने चीन के साथ काम करने को तैयार हैं, विशेषकर जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा संक्रमण, जैव विविधता और युवा आदान-प्रदान जैसे क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देगा।
बातचीत में दोनों पक्षों ने यूक्रेन मुद्दे पर विचारों का आदान-प्रदान किया। छिन कांग ने चीन के विचारों को बताया और कहा कि चीन शांति वार्ता को बढ़ावा देने और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को संकट का राजनीतिक समाधान बनाने पर बल देता है। यूरोपीय देशों को संकट के मूल कारणों से शुरू करना और शांति व सुरक्षा की ओर लौटने का प्रयास करना चाहिए।
(साभार-चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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Source : IANS