संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 50वें सत्र के दौरान 16 जून को अफगान मुद्दे पर चर्चा की। चीनी प्रतिनिधि ने कहा कि अमेरिका अफगान मुद्दे का जन्मदाता है और उसे ठोस कार्रवाइयों के साथ अफगान लोगों को हुए नुकसान की भरपाई करनी चाहिए।
चीनी प्रतिनिधि ने कहा कि अफगानिस्तान में स्थिति को मौलिक रूप से बदले हुए 10 महीने हो चुके हैं। अफगान अंतरिम सरकार ने शासन की स्थापना में कुछ प्रगति की है, लेकिन यह अभी भी मानवीय, आर्थिक और सुरक्षा जैसी कई चुनौतियों का सामना कर रही है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को अफगान अंतरिम सरकार के साथ संपर्क और संवाद को मजबूत करते हुए उसका मार्गदर्शन करना चाहिए कि व्यापक और समावेशी राजनीतिक संरचना में सुधार करे, उदार और स्थिर घरेलू और विदेश नीति का पालन करे, आतंकवाद के सभी रूपों का ²ढ़ता से मुकाबला करे, और दुनिया भर में सभी देशों, खासकर पड़ोसी देशों के साथ मित्रवत रूप से रहे। इसके साथ ही अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को अफगानिस्तान को आवश्यक आपातकालीन मानवीय सहायता और महामारी विरोधी सहायता प्रदान करनी चाहिए, ताकि इसकी आर्थिक और लोगों की आजीविका की दुविधा को कम करने में मदद मिल सके।
चीनी प्रतिनिधि ने यह भी कहा कि बड़ी संख्या में निर्दोष अफगान नागरिक अमेरिकी सेना द्वारा मारे गए हैं, और लाखों लोग शरणार्थी बन गए हैं। अमेरिका ने जल्दबाजी में अफगानिस्तान से अपने सैनिकों को गैर-जिम्मेदाराना तरीके से वापस बुला लिया, जिससे आज तक अफगान लोगों को गंभीर मानवीय संकट का सामना करना पड़ा है। अफगान लोगों को मानवीय संकट को कम करने में मदद करने के लिए अपनी उचित जिम्मेदारी लेने के बजाय, अमेरिका ने खुले तौर पर अफगान राष्ट्रीय संपत्ति को लूटा और अफगान लोगों की पीड़ा को और बढ़ा दिया। इस तरह चीन अमेरिका से अफगानिस्तान के खिलाफ एकतरफा प्रतिबंधों को तुरंत और व्यापक रूप से हटाने, अफगान लोगों से संबंधित संपत्ति को बिना शर्त वापस करने और ठोस कार्रवाई के साथ अफगान लोगों को हुए नुकसान की भरपाई करने का आग्रह करता है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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Source : IANS