चीनी प्रस्ताव एशिया प्रशांत के महामारी से मुकाबला और आर्थिक पुनरुद्धार को विश्वास दे सकेगा
चीनी प्रस्ताव एशिया प्रशांत के महामारी से मुकाबला और आर्थिक पुनरुद्धार को विश्वास दे सकेगा
बीजिंग:
चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 16 जुलाई को एपेक के अनौपचारिक शिखर सम्मेलन में भाग लेते हुए एशिया प्रशांत क्षेत्र में महामारी मुकाबला के सहयोग और आर्थिक पुनरुद्धार के लिए चार अहम सुझाव पेश किए, जिन्हें लोगों का सक्रिय प्रतिक्रियाएं मिलीं। ब्राजील के चीनी अनुसंधान केंद्र के प्रभारी और आर्थिक शास्त्री रोनी लिन्स ने कहा कि शी ने विश्व को एक व्यवहार्य सुझाव पेश किया, जिसका अहम अर्थ है।इस बार के सम्मेलन में शी चिनफिंग ने महामारी की रोकथाम के लिए चीन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का समर्थन करने का रुख दोहराया। उन्होंने कहा कि चीन आगामी 3 वर्षों में विकासशील देशों को 3 अरब डॉलर की अंतर्राष्ट्रीय सहायता देगा और कोविड की वैक्सीन के लिए बौद्धिक संपदा छूट का समर्थन करेगा। इस के साथ चीन वैक्सीन की सप्लाई श्रृंखला की स्थिरता व सुरक्षा की गारंटी देने, कुंजीभूत सामग्री की आवाजाही को बढ़ाने आदि सहयोग करेगा। चीन एपेक को महामारी का निपटारा और आर्थिक पुनरुद्धार शाखा कोष की स्थापना के लिए चंदा देगा। ये कार्रवाइयां प्रबल रूप से एशिया प्रशांत क्षेत्र और व्यापक विकासमान देशों को लाभ देंगी।
एशिया प्रशांत क्षेत्र को यथाशीघ्र ही महामारी से बाहर निकालने के लिए चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण को गहरा करने और समावेशी और अनवरत विकास पर कायम रहने का सुझाव पेश किया, जो विश्व आर्थिक पुनरुत्थान के लिए नयी विचारधारा है।
हाल में चीन ग्रीन विकास में लगा हुआ है और चीन ने 2030 से पहले कार्बन पीक पहुंचने और 2060 से पहले कार्बन तटस्थता प्राप्त करने की योजना बनायी है। चीन ने डिजटल बुनियादी संरचनाओं के निर्माण और डिजटल अर्थव्यवस्था के निर्माण आदि क्षेत्रों में प्रचुर अनुभव इकट्ठा किए हैं और विश्व के अन्य देशों के साथ सहयोग के मौके को साझा कर सकता है। न्यूजीलैंड बिजनेस स्कूल के प्रधान हुआंग वेइश्योंग ने विश्वास प्रकट किया कि विश्व की दूसरी बड़ी आर्थिक इकाई होने के नाते चीन एशिया प्रशांत क्षेत्र और विश्व के समावेशी व अनवरत विकास को आगे बढ़ाने की प्रक्रिया में अहम नेतृत्व भूमिका अदा कर सकेगा।
महामारी को पराजित कर आर्थिक विकास को बहाल करना विश्व के सभी देशों द्वारा बहुपक्षवाद की रक्षा करने और एकजुट होकर सहयोग करने पर निर्भर है। इस बार के सम्मेलन में जारी एपेक नेताओं के वक्तव्य में फिर एक बार एशिया प्रशांत समुदाय का निर्माण करने का लक्ष्य पेश किया गया, जिसमें शी चिनफिंग के एशिया प्रशांत क्षेत्र में साझे भाग्य वाले समुदाय की रचना करने की विचारधारा प्रतिबिंबित हुई है। तथ्यों ने साबित किया है कि चीन न सिर्फ महामारी रोकथाम में सबसे विश्वसनीय सहयोगी है, साथ ही एशिया प्रशांत क्षेत्र के आर्थिक पुनरुत्थान और साझी जीत वाले विकास का विश्वसनीय साझेदार भी है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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