एआई के क्षेत्र में भी चीन ने दिखायी अपनी क्षमता

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IANS
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(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

हाल के वर्षों में चीन ने लगभग हर क्षेत्र में तरक्की की है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर भी यही जा सकता है। चीन द्वारा किए गए प्रयासों से जाहिर होता है कि वह इस दिशा में सक्रियता से आगे बढ़ रहा है। यही कारण है कि चीनी कृत्रिम बुद्धि यानी एआई पेटेंट की संख्या में दुनिया में पहले नंबर पर है।

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चीनी उद्योग और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्याओ याछिंग ने पिछले दिनों चीन की प्रगति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि चीन के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस उद्योग के विकास ने हालिया वर्षों में काफी प्रगति दर्ज की है। इसका सीधा असर हम ग्लोबल रैंकिंग व रिपोटरें में भी देख सकते हैं। जाहिर है कि तकनीकी नवाचार क्षमता के क्षेत्र में भी चीन ने विश्व पर पहले स्थान पर अपनी जगह बनायी है।

जैसा कि हम जानते हैं कि चीनी अर्थव्यवस्था के तेज विकास के साथ-साथ कृत्रिम बुद्धि संबंधी पेटेंट के आवेदनों की संख्या में भी इजाफा देखने को मिला है। वहीं एआई सेक्टर का फैलाव भी लगातार बढ़ रहा है। जिसका चीनी इकॉनमी के विकास के साथ व्यापक संबंध है।

विशेषज्ञ बार-बार कहते रहे हैं कि चीन सरकार की संबंधित एजेंसियां नवाचार पर ध्यान केंद्रित किए हुए हैं। इसके कारण पेटेंट संबंधी आवेदनों में भी बढ़ोतरी दर्ज की गयी है।

हाल के महीनों में इस संबंध में जारी रिपोर्ट भी चीन के विकास की कहानी कहती है। इसके अनुसार पिछले दस सालों में चीन में करीब तीन लाख नव्वे हजार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस संबंधी पेंटेट के लिए आवेदन दायर किए गए। यह संख्या विश्व के कुल पेटेंट आवेदनों की करीब एक तिहाई बतायी जाती है। इससे स्पष्ट हो जाता है कि चीन में नवोन्मेष को लेकर बहुत काम किया जा रहा है, जिसमें एआई की अहम भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता है।

(साभार : अनिल पांडेय)

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

      
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