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राजनयिक संवाद में छिपी हुई चीनी बुद्धि

राजनयिक संवाद में छिपी हुई चीनी बुद्धि

Updated on: 07 Jan 2022, 07:50 PM

बीजिंग:

एक बार एक चीनी राजनयिक अधिकारी कई यूरोपीय मेहमानों के साथ भोजन कर रहे थे। कुछ शराब पीने के बाद एक जर्मन मेहमान ने खड़े होकर व्यंग्यात्मक ढंग से कहा कि तुम चीनी लोगों के राशि चक्र के संकेत बहुत अजीब लगते हैं, जैसे सूअर है, कुत्ता है, चूहा है। पर हम ऐसे नहीं हैं, हम तो शानदार वृषभ, सिंह, एंड्रोमेडा.. पता नहीं तुम लोगों के पूर्वजों ने क्या सोचा था? उस समय अन्य मेहमान यह सुनकर हंसने लगे और एक दूसरे से चियर्स करने लगे। उन लोगों का लालित्य पूरी तरह से चला गया।

ठीक उसी समय एक चीनी सज्जन जी ने खड़े होकर इस सवाल का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि चीनी लोगों के पूर्वज बहुत ईमानदार व वास्तविक थे। हमारे राशि चक्र के 12 संकेतों में हर दो संकेत एक जोड़ा है, जो चीनी लोगों के प्रति पूर्वजों की सभी उम्मीदों व आवश्यकताओं के प्रतीक हैं।

यह सुनकर सभी लोग शांत हो गये। फिर इस चीनी सज्जन ने आगे कहा कि पहला जोड़ा चूहा और गाय है। चूहा बुद्धि का द्योतक है और गाय मेहनत का प्रतिबिंबित है। बुद्धि और मेहनत घनिष्ठ रूप से जुड़ना चाहिये। क्योंकि मेहनत के बिना बुद्धि चालाक बन जाएगी, और बुद्धि के बिना मेहनत बेवकूफ बन जाएगा। दोनों को एक दूसरे पर निर्भर रहना पड़ता है।

दूसरा जोड़ा है बाघ और खरगोश। बाघ बहादुर का द्योतक है, और खरगोश सावधानी का। बहादुर और सावधानी घनिष्ठ रूप से आपस में जुड़ना चाहिये, क्योंकि सावधानी के बिना बहादुर लापरवाही बन जाएगा, और बहादुर के बिना सावधानी डरपोक बन जाएगी।

तीसरा जोड़ा है ड्रेगन और सांप। ड्रेगन मजबूती का द्योतक है, और सांप लचीलापन का। अगर एक चीज बहुत मजबूत है, तो उसे आसानी से तोड़ा जा सकता है। पर अगर एक व्यक्ति बहुत लचीला है, तो शायद उसका कोई सिद्धांत नहीं है। इसलिये ड्रेगन और सांप घनिष्ठ रूप से जुड़ना चाहिये।

चौथा जोड़ा है घोड़ा और भेड़। घोड़ा बहादुरी से सीधे लक्ष्य तक जाने के लिए खड़ा है, और भेड़ सद्भाव के लिए खड़ा है। अगर एक व्यक्ति केवल अपने लक्ष्य की ओर दौड़ता है, और आसपास के लोगों के साथ सामंजस्यपूर्ण रूप से नहीं रह सकता, तो अंत में वह बहुत मुश्किल से अपने लक्ष्य को पूरा कर सकेगा। पर अगर एक व्यक्ति दूसरे लोगों के विचारों की बहुत अधिक परवाह करता है, तो उस की अपनी दिशा खो जाएगी। इसलिये घोड़ा और भेड़ घनिष्ठ रूप से जुड़ना चाहिये।

पांचवां जोड़ा है बंदर और मुर्गा। बंदर कुशल का प्रतिनिधित्व करता है। क्योंकि पुरातन समय में घंटियां नहीं थीं, बस दिन की शुरूआत निर्धारित करने के लिए मुर्गे की बाँग सुनना पर निर्भर रहना पड़ता था। मुर्गा हर दिन निश्चित समय पर बांग देता है, इसलिये वह स्थिरता का प्रतिबिंबित करता है। केवल स्थिरता के साथ सृजन करने से हम आगे बढ़ सकेंगे। इसलिये ये दोनों एक जोड़ा है।

छठा जोड़ा है कुत्ता और सूअर। कुत्ता वफादारी का प्रतिनिधित्व करता है और सूअर मेलमिलाप का द्योतक है। लोगों को अपने देश, अपने राष्ट्र और अपने दल के प्रति वफादारी दिखाने के साथ अन्य देशों, राष्ट्रों व दलों के साथ मेलमिलाप भी प्राप्त करना चाहिये।

चीन के बारह राशियों को समझाने के बाद इस सज्जन ने विदेशी मेहमानों से यह पूछा कि आप लोगों के वृषभ, सिंह, एंड्रोमेडा.. में पूर्वजों की कौन-सी अपेक्षाएं व मांग छिपी हुई हैं? लेकिन कोई भी इसका जवाब नहीं दे सका। अंत में सभी विदेशी मेहमानों ने सच्चे दिल से चीनी लोगों और चीनी पूर्वजों का सम्मान और प्रशंसा की।

ये सज्जन थे दिवंगत चीनी प्रधानमंत्री चो अनलाए। वे एक महान राजनीतिज्ञ, सैन्य रणनीतिकार, राजनयिक और नये चीन के प्रमुख नेताओं में से एक थे। वे जिन्दगी भर मेहनत से काम करते रहे, और जनता की परवाह करते रहे। चीनी लोग उन्हें जनता के अच्छे प्रधान मंत्री कहते हैं। हालांकि 8 जनवरी 1976 को चो अनलाए का निधन पेइचिंग में हुआ, लेकिन उन के राजनयिक संवाद में छिपी हुई चीनी बुद्धि हमेशा लोगों के दिल में बसी है।

(चंद्रिमा- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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