logo-image

शी चिनफिंग अकसर किसानों के घरों में क्यों जाते हैं?

शी चिनफिंग अकसर किसानों के घरों में क्यों जाते हैं?

Updated on: 28 Jan 2022, 08:30 PM

बीजिंग:

इस वर्ष के वसंत त्योहार से पहले चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने शानशी प्रांत का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने फिर एक बार किसानों के घरों में जाकर स्थानीय ग्रामीणों के रहने की स्थिति और वास्तविक जरूरतों के बारे में जानकारी ली। वास्तव में संबंधित रिपोटरें को पढ़कर आपको आसानी से यह पता लग गया होगा कि विभिन्न क्षेत्रों का दौरा करते समय शी चिनफिंग अकसर किसानों के घरों में जाते हैं, और स्थानीय लोगों के साथ बातचीत करते हैं। हालांकि देखने में इस तरह का दौरा बहुत सामान्य है, लेकिन इसमें बड़ी बुद्धि छिपी हुई है।

सभी लोग यह जानते हैं कि कृषि मानव समाज की प्रगति के लिये एक भौतिक आधार है। चीन के लंबे इतिहास में हर शासक के मन में कृषि, ग्रामीण क्षेत्र और किसान से जुड़े मामले देश के शासन में सबसे महत्वपूर्ण बात रहे हैं। क्योंकि वह न सिर्फ एक देश के आर्थिक व सामाजिक विकास की व्यापक स्थिति से जुड़ा हुआ है, बल्कि वह हर आम व्यक्ति के लाभ से संबंधित भी है।

शी चिनफिंग को इस पक्ष में गहरा प्रभाव होता है। वर्ष 1969 में 16 वर्षीय शी चिनफिंग चीन की राजधानी पेइचिंग से उत्तर शेनशी प्रांत में एक छोटे से गांव में किसान बने। वहां वे लगातार सात वर्षों तक काम करते रहे। उस समय चीन के ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी की स्थिति ने उन पर गहरी छाप छोड़ी। उस अनुभव से उन्होंने न केवल चीन के विशाल ग्रामीण क्षेत्रों में वास्तविक स्थिति और विकास में मौजूद समस्याओं को समझ लिया, बल्कि सभी किसानों को अच्छा जीवन देने का अपना आरंभिक लक्ष्य भी मजबूत हुआ।

इसके बाद हालांकि शी चिनफिंग छोटे गांव से बड़े शहर में वापस लौटे, और एक आम किसान से राष्ट्रीय नेता बन गये। लेकिन वे हमेशा ग्रामीण क्षेत्रों पर बड़ा ध्यान देते हैं। और विभिन्न क्षेत्रों का दौरा करते समय वे अकसर किसानों के घरों में जाकर बातचीत करते हैं।

इसके अलावा विदेशी राजकीय यात्रा के दौरान भी शी चिनफिंग को किसानों के घरों में जाना बहुत पसंद है। उनके लिये इस तरह का दौरा मनोरंजन के लिये नहीं है, बल्कि एक वास्तविक काम है। वे अपनी आंखों से विदेशी किसानों के मकान, घरेलू उपकरण और बुनियादी सुविधाएं आदि स्थिति को देखते हैं, ताकि चीनी किसानों की तुलना करके स्पष्ट रूप से यह समझें कि चीनी किसान विश्व में किस स्तर पर रहते हैं। साथ ही विदेशों में उन्नत कृषि उत्पादन तकनीक, कृषि मशीनीकरण उपकरण, और किसानों के उत्पादन और प्रबंधन के तरीकों के बारे में जानकर उनसे उपयोगी अनुभव भी प्राप्त किये जा सकते हैं।

जैसे शी चिनफिंग ने कहा था कि मैं अकसर ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों से मिलने जाता हूं। ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़े काम को अच्छी तरह से करना, खास तौर पर ग्रामीण गरीबों को गरीबी से बाहर निकालने में मदद करना और किसानों को सुखमय जीवन देना हमारा महत्वपूर्ण कर्तव्य है। वास्तविकता से यह जाहिर हुआ है कि शी चिनफिंग ने किसानों के प्रति अपने वचन का पालन किया। उनके नेतृत्व में चीनी जनता ने व्यापक रूप से खुशहाल समाज के निर्माण में ऐतिहासिक उपलब्धियां और गरीबी के खिलाफ लड़ाई में जीत हासिल की। चीन में मौजूदा मापदंड के तले लगभग 10 करोड़ ग्रामीण गरीब आबादी गरीबी के पंजे से मुक्त हो गयी। साथ ही चीन ने निश्चित समय से 10 साल पहले संयुक्त राष्ट्र संघ के वर्ष 2030 अनवरत विकास कार्यक्रम का लक्ष्य पूरा किया है। यह मानव के गरीबी उन्मूलन के इतिहास में एक अभूतपूर्व कार्रवाई व करिश्मा है।

वर्तमान में चीन के ग्रामीण क्षेत्रों में काम का महत्व गरीबी को दूर करने से व्यापक रूप से ग्रामीण पुनरुत्थान को बढ़ावा देने तक बदल गया। चीन गरीबी उन्मूलन कार्य में प्राप्त उपलब्धियों की अच्छी तरह से रक्षा करेगा, अनाज उत्पादन को स्थिरता के साथ विकसित करेगा, बीज व खेती योग्य भूमि की समस्या का समाधान करेगा, ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं के निर्माण के साथ सुधार को भी गहन करेगा। हालांकि यह रास्ता शायद लंबा और मुश्किल होगा, पर विश्वास है कि शी चिनफिंग आगे बढ़ना जारी रखेंगे।

(चंद्रिमा - चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.