सातवां वैश्विक चीन संवाद मंच 10 दिसंबर को लंदन के ब्रिटिश एकेडमी ऑफ सोशल साइंसेज में आयोजित हुआ। इस सम्मेलन में कई अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों और विद्वानों ने ऑनलाइन या ऑफलाइन भाग लिया। इस दौरान उन्होंने वैश्विक शासन सुधार पर संवाद और आदान-प्रदान किया।
मेजबान वैश्विक चीनी विज्ञान अकादमी के अनुसार, इस मंच में समाज और पर्यावरण, डिजिटल सुरक्षा और भू-राजनीति, व्यक्तिगत पहचान और सांस्कृतिक पहचान, संस्थागत सुधार आदि चार भाग शामिल थे। चीन, ब्रिटेन, अमेरिका, जर्मनी आदि देशों के प्रतिनिधियों ने जलवायु परिवर्तन, कोविड-19 महामारी और अन्य मुद्दों पर आदान-प्रदान किया और वैश्विक शासन सुधार पर अपने सुझाव दिए।
ब्रिटेन में चीनी दूतावास के मंत्री यांग श्याओग्वांग ने अपने भाषण में कहा कि दुनिया भर में हो रहे जबरदस्त बदलाव के दौर में चीन सच्चे बहुपक्षवाद के अभ्यास की वकालत करता है। साथ ही वैश्विक शासन प्रणाली में लगातार सुधार करने, सभी मानव जाति के लिए शांति, विकास, निष्पक्षता, न्याय, लोकतंत्र और स्वतंत्रता के सामान्य मूल्यों को बढ़ावा देने का भी चीन पक्षधर है। उन्होंने कहा कि चीन और ब्रिटेन दोनों संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य और दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाएं हैं। हमें अच्छे संचार संबंध बनाए रखने चाहिए, संवाद और सहयोग को मजबूत करना चाहिए और महामारी की रोकथाम, वैश्विक शासन में सुधार और समृद्धि की प्राप्ति में योगदान देना चाहिए।
ब्रिटिश प्रसिद्ध समाजशास्त्री, वैश्वीकरण की अवधारणा के अग्रदूतों में से एक मार्टिन अल्ब्रौस ने मंच के दौरान नयी पुस्तक लांच की। इस पुस्तक का नाम चीन और मानव जाति के लिए साझा भविष्य समुदाय-साझा मूल्यों और लक्ष्यों पर चर्चा है। उन्होंने कहा कि वैश्विक शासन दुनिया भर के लोगों को जीवित रहने की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बना सकता है और मानव जाति को एक खुशहाल जीवन जीने का मौका दे सकता है। चीन द्वारा मानव जाति को दिया गया साझा भविष्य समुदाय का सुझाव दुनिया के लिए एक ²ष्टि प्रदान करता है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS