हाल के समय में कोविड महामारी के कारण दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाएं संकट का सामना कर रही हैं। जिसमें अमेरिका सहित कई यूरोपीय व एशियाई देश भी शामिल हैं। हालांकि चीन भी सदी की इस सबसे बड़ी स्वास्थ्य चुनौती से निपट रहा है। बावजूद इसके चीन ने स्थिरता के साथ आगे कदम बढ़ाए हैं। भारी मुश्किलों के बाद भी चीन की आर्थिक स्थिति को ठीक-ठाक कहा जा सकता है।
इस बीच अर्थशास्त्रियों और विश्लेषकों का मानना है कि विकास को बढ़ावा देने के लिए किए गए प्रोत्साहन उपायों आदि के चलते चीन की अर्थव्यवस्था में इस साल की दूसरी छमाही में सुधार होने की संभावना है।
कहा जा रहा है कि मार्च महीने के बाद से कोरोना महामारी की स्थिति में सुधार के चलते अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे मंदी से उबर रही है। इसके साथ ही चीन के पास सुधार में सहायता के लिए नीति समर्थन को बढ़ाने के लिए उपकरण और क्षमता मौजूद है। यह भी उम्मीद है कि आने वाले महीनों में बेहतर महामारी नियंत्रण और मजबूत नीति समर्थन के परिणामस्वरूप औद्योगिक उत्पादन और खपत जैसे कुछ प्रमुख आर्थिक संकेतकों में सुधार देखने को मिल सकता है।
ध्यान रहे कि चीनी राज्य परिषद की कैबिनेट ने हाल ही में अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए राजकोषीय, वित्तीय, निवेश, खपत और औद्योगिक आदि नीतियों को बढ़ावा देने वाले 33 उपायों का ऐलान किया।
इनमें बड़े पैमाने पर मूल्य वर्धित कर क्रेडिट रिफंड, विशेष स्थानीय सरकारी बांड जारी करने में तेजी लाना और बुनियादी ढांचे और प्रमुख परियोजनाओं के लिए वित्तीय सहायता बढ़ाना प्रमुख रूप से शामिल है।
जानकार मानते हैं कि जून के महीने की शुरूआत में शांगहाई में कोविड-19 संबंधी प्रतिबंध हटाए जाने और विकास को बढ़ावा देने के लिए मजबूत प्रोत्साहन उपायों के बाद चीन की अर्थव्यवस्था में सुधार हुआ है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि इस साल की दूसरी छमही में चीन की अर्थव्यवस्था में और सुधार देखने को मिल सकता है।
जैसा कि हम जानते हैं कि चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, अगर चीन की स्थिति में सुधार होता है तो उसका असर पूरे विश्व पर पड़ता है। उम्मीद की जानी चाहिए कि साल 2022 के आखिरी के महीनों में चीनी अर्थव्यवस्था बेहतर प्रदर्शन करेगी।
(अनिल पांडेय, पेइचिंग)
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Source : IANS