चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग ने 9 सितंबर को पेइचिंग में वीडियो के जरिए ग्रेटर मेकांग उप क्षेत्रीय आर्थिक सहयोग के सातवें शिखर सम्मलेन में भाषण दिया। उन्होंने बताया कि वर्तमान कोविड-19 महामारी अब भी दुनिया भर में फैल रही है। और विश्व आर्थिक अस्थिरता और अनिश्चितता बढ़ रही है। उप-क्षेत्र में देशों की आर्थिक बहाली और सतत विकास के सामने नयी चुनौतियां मौजूद हैं। विभिन्न पक्षों को आम सहमति और राजनीतिक आपसी विश्वास को मजबूत करना चाहिए, सहयोग का विस्तार करते हुए सहयोग के स्तर को उन्नत करना चाहिए और उप क्षेत्रीय सतत और समावेशी विकास को संयुक्त रूप से बढ़ाना चाहिए।
ली खछ्यांग ने व्यावहारिक सहयोग बढ़ाने के लिए छह सुझाव दिए, पहला, जल संसाधनों में सहयोग को गहरा करें, जल संसाधनों के विकास और उपयोग में विभिन्न देशों के वैध अधिकारों और हितों का पूरा सम्मान करें। दूसरा, जीवन प्रथम पर कायम रहें, और संयुक्त रूप से महामारी की रोकथाम और नियंत्रण व वैक्सीन सहयोग करें। तीसरा, व्यापारिक निवेश को मजबूत करें और आर्थिक बहाली को संयुक्त रूप से बढ़ाएं। चौथा, आपसी संपर्क बढ़ाएं और समन्वित विकास हासिल करें। पांचवां, सतत विकास को बढ़ावा दें और जन-जीवन का लगातार सुधार करें। छठा, राजनीतिक आपसी विश्वास को मजबूत करें, एक-दूसरे की प्रमुख चिंताओं पर ध्यान दें, हमेशा बहुपक्षवाद, खुलेपन और समावेश की अवधारणा का पालन करें, अपनी-अपनी श्रेष्ठता को उजागर करते हुए ग्रेटर टर मेकांग उप क्षेत्रीय आर्थिक सहयोग और लंत्सांग-मेकांग समेत तंत्रों के समन्वित विकास को बढ़ावा दें।
ली खछ्यांग ने इस बात पर जोर दिया कि चीन मेकांग देशों के साथ क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण को आगे बढ़ाने, क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बनाए रखने और उप-क्षेत्रीय एकीकृत विकास और सामान्य समृद्धि में नया योगदान देने को तैयार है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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Source : IANS