logo-image

अमेरिका का दोहरे मानक वाला आतंकवाद विरोध दूसरों और खुद के लिए नुकसानदेह

अमेरिका का दोहरे मानक वाला आतंकवाद विरोध दूसरों और खुद के लिए नुकसानदेह

Updated on: 09 Sep 2021, 10:05 PM

बीजिंग:

11 सितंबर आतंकवादी हमले की 20वीं वर्षगांठ की पूर्वबेला में अमेरिका द्वारा छेड़ा गया अफगान युद्ध विफल हो गया। लेकिन अमेरिकी सेना के अफगानिस्तान से हटने के अंतिम समय में उग्रवादी संगठन आईएस की शाखा संस्था ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में विस्फोट किए, जिससे 13 अमेरिकी सैनिकों सहित सौ लोगों की मौत हो गयी। 20 साल तक 20 खरब डॉलर खर्च वाले तथाकथित आतंकवादी युद्ध में 20 हजार से अधिक अमेरिकी सैनिकों की मौत भी हुई। अमेरिका को इससे क्या लाभ मिला है?

वास्तव में अफगानिस्तान और इराक आदि देशों में युद्ध छेड़ने से अमेरिका ने आतंकवाद विरोधी और प्रभुत्ववाद को आगे बढ़ाने और दूसरे देश की सत्ता को पलटने के लक्ष्य को बांधने की कोशिश की। अमेरिका के इस मकसद ने वास्तव में संबंधित क्षेत्रों और देशों की मुठभेड़ और डांवाडोल स्थिति को तीव्र किया है। इधर के वर्षों में अमेरिका ने मध्य पूर्व क्षेत्र की भू राजनीतिक लक्ष्य को साकार करने के लिए सीरिया और इराक आदि देशों के आतंकी संगठनों के साथ सहयोग संबंध को बरकरार रखा है और उन्हें सामग्री और सैन्य सहायता दी।

अमेरिका की दूसरी एक खतरनाक कार्रवाई है कि अमेरिका आतंकवाद विरोध के बैनर तले विचारधारा और शीत युद्ध की मानसिकता के आधार पर आतंकवाद विरोधी शिविर को विभाजित करता है और अमेरिकी स्टाइल वाले प्रभुत्ववाद की रक्षा करता है। इधर के वर्षों में अमेरिकी राजनेताओं ने चीन में हिंसक कार्रवाइयों को नजरअंदाज किया और मानवाधिकार और धर्म के बहाने चीन सरकार के शिनच्यांग में आतंकवाद और उग्रवाद का विरोध करने के उचित कदमों को बदनाम किया। अमेरिका की इन कार्रवाइयों ने देशों के बीच आतंकवाद विरोधी सहयोग के विश्वास आधार को बर्बाद किया, जो अमेरिका की खुद की आतंकवाद विरोधी कार्यवाई के लिए भी लाभदायक नहीं है।

आतंकवाद मानव जाति का साझा दुश्मन है। अमेरिका ने 11 सितंबर को आतंकवादी हमलों का अनुभव किया है, और आतंकवाद के नुकसान से निपटने में उसे गहरा दर्द होना चाहिए था। उसे यह भी समझना चाहिए कि सभी देशों के बीच आपसी विश्वास बढ़ाना और आम सहमति बनाना आतंकवाद का मुकाबला करने का सही तरीका है। वर्तमान में, आतंकवाद और उग्रवाद की गंभीर चुनौतियों का सामना करते हुए अमेरिका को आतंकवाद विरोधी दोहरे मानकों के गलत ²ष्टिकोण को त्यागना चाहिए। अन्यथा यह केवल और अधिक बुरे परिणामों को निगल जाएगा।

(साभार - चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.