तथ्यों ने यह साबित किया है कि चाहे कितनी भी मुश्किलें क्यों न आएं, जब तक हम एक ही जगह पर सोचते हैं और एक ही दिशा की ओर कड़ी मेहनत करते हैं, तो ब्रिक्स सहयोग लगातार आगे बढ़ता रहेगा। 9 सितंबर की रात को चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने वीडियो के माध्यम से ब्रिक्स देशों के 13वें शिखर सम्मेलन में भाग लिया और भाषण देते हुए यह बात कही। उन्होंने ब्रिक्स देशों के बीच व्यवहारिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए पांच सुझाव पेश किए।
शी चिनफिंग ने कहा कि वर्तमान परिस्थिति में ब्रिक्स देशों को विश्वास और एकता को मजबूत करते हुए ब्रिक्स व्यवहारिक सहयोग को उच्च गुणवत्ता की दिशा में बढ़ावा देना चाहिए। इस बारे में उन्होंने पांच सुझाव पेश किए। पहला, एक दूसरे के समर्थन और आपसी मदद पर कायम रहते हुए सार्वजनिक स्वास्थ्य सहयोग को मजबूत किया जाए। दूसरा, निष्पक्षता और पहुंच पर कायम रहते हुए टीकों में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को मजबूत किया जाए। तीसरा, आपसी लाभ और उभय जीत पर कायम रहते हुए आर्थिक सहयोग को मजबूत किया जाए। चौथा, न्याय और निष्पक्षता पर कायम रहते हुए राजनीतिक सुरक्षा सहयोग को मजबूत किया जाए। पांचवां, आपसी सीख पर कायम रहते हुए मानविकी आदान-प्रदान व सहयोग को मजबूत किया जाए।
शी चिनफिंग की उपरोक्त पहलों पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान केंद्रित हुआ है। ब्राजील के चीन मामला अनुसंधान केंद्र के प्रधान रोनी लिंस के विचार में राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा प्रस्तुत पहलों से अगले चरण में ब्रिक्स देशों के विकास को नई प्रेरक शक्ति मिलेगी।
इस वर्ष ब्रिक्स सहयोग तंत्र की स्थापना की 15वीं वर्षगांठ है। पिछले 15 सालों में ब्रिक्स व्यवहारिक सहयोग में बड़ी उपलब्धियां प्राप्त हुईं हैं, जिसने वैश्विक शांति और विकास के लिए सक्रिय योगदान दिया है। अर्थव्यवस्था और व्यापार के लिहाज से देखें, तो अनुमान लगाया गया है कि 2020 में पांच देशों की कुल आर्थिक मात्रा दुनिया का लगभग 24.42 प्रतिशत भाग थी, कुल व्यापारिक रकम विश्व का 16.98 प्रतिशत हिस्सा थी।
वर्तमान में कोरोना महामारी दुनिया में जारी है, वैश्विक आर्थिक बहाली फिर भी कठिन है। राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा प्रस्तुत ह्लपांच सुझावोंह्व ने ब्रिक्स व्यवहारिक सहयोग को अधिक उच्च गुणवत्ता की ओर बढ़ावा देने के लिए रास्ता दिखाया, और सही मायने में बहुपक्षवाद का अभ्यास करने, महामारी-रोधी वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने तथा समान विकास को आगे बढ़ाने जैसे अंतर्राष्ट्रीय उत्तरदायित्व में शक्ति डाली है।
इससे देखा जा सकता है कि पांच सुझाव न केवल वर्तमान महामारी विरोधी सहयोग पर ध्यान केंद्रित करते हैं, बल्कि आर्थिक बहाली, राजनीतिक सहयोग और मानविकी आदान-प्रदान जैसे दीर्घकालिक विकास की योजना बनाने में एक जिम्मेदार प्रमुख देश के रूप में चीन का उत्तरदायित्व भी दर्शाते हैं।
एक परस्पर, वैश्वीकृत दुनिया में जब हर कोई सुरक्षित होगा, तभी सभी लोग सुरक्षित रहेंगे। यह मौजूदा ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में पारित दिल्ली घोषणा-पत्र में एक वाक्य है, जो चीन द्वारा प्रस्तुत मानव जाति के साझे भाग्य वाले समुदाय की अवधारण से मिलता-जुलता है। अगले वर्ष चीन 14वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। यह अनुमान लगाया जा सकता है कि चीन ब्रिक्स तंत्र में नई जीवंत शक्ति डालने के लिए अपनी बुद्धि और योगदान देगा, ताकि वैश्विक आर्थिक बहाली तथा भूमंडलीय शासन में सुधार के लिए अधिक ब्रिक्स शक्ति लगाई जा सके।
( साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग )
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Source : IANS