विश्व शिक्षक दिवस 2021 : अध्यापन पेशे पर कोरोना महामारी के प्रभाव को प्रदर्शित किया जाएगा
विश्व शिक्षक दिवस 2021 : अध्यापन पेशे पर कोरोना महामारी के प्रभाव को प्रदर्शित किया जाएगा
बीजिंग:
संयुक्त राष्ट्र के तत्वावधान में प्रत्येक वर्ष 5 अक्टूबर को विश्व शिक्षक दिवस मनाया जाता है। इस दिन शिक्षकों को सामान्य रूप से और कतिपय कार्यरत एवं सेवानिवृत्त शिक्षकों को उनके विशेष योगदान के लिये सम्मानित किया जाता है।हालांकि, अलग-अलग देशों में शिक्षक दिवस अलग-अलग तारीखों पर मनाये जाते हैं। जैसा कि भारत में यह भूतपूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन 5 सितंबर को मनाया जाता है।
वहीं, चीन में वर्ष 1931 में शिक्षक दिवस की शुरूआत की गई थी और बाद में वर्ष 1939 में कन्फ्यूशियस के जन्मदिन (27 अगस्त) को शिक्षक दिवस घोषित किया गया, लेकिन वर्ष 1951 में इसे रद्द कर दिया गया। फिर वर्ष 1985 में 10 सितम्बर को शिक्षक दिवस घोषित किया गया।
इसी तरह रूस में वर्ष 1965 से 1994 तक अक्टूबर महीने के पहले रविवार के दिन शिक्षक दिवस मनाया जाता था। जब वर्ष 1994 से विश्व शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर को मनाया जाना शुरू हुआ तब इसके साथ समन्वय बिठाने के लिये इसे इसी दिन मनाया जाने लगा।
विश्व शिक्षक दिवस को संयुक्त राष्ट्र द्वारा साल 1966 में यूनेस्को और अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) की हुई उस संयुक्त बैठक को याद करने के लिये मनाया जाता है, जिसमें शिक्षकों की स्थिति पर चर्चा हुई थी और इसके लिये सुझाव प्रस्तुत किये गये थे। हालांकि, इसे 5 अक्टूबर 1994 को ही अपनाया जा सका था। इसके बाद से ही हर वर्ष 5 अक्टूबर को विश्व शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
इस वर्ष का विश्व शिक्षक दिवस पिछले डेढ़ वर्षों तक जूझते रहे समूचे विश्व के कोविड-19 महामारी के संकट से उबरने में शिक्षकों के योगदान में उनकी जरूरतों में सहयोग पर फोकस करता है। यही कारण है कि इस वर्ष यूनेस्को द्वारा अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस 2021 की थीम- शिक्षा रिकवरी के केंद्र में शिक्षक निर्धारित किया गया है।
यूनेस्को द्वारा जारी अपडेट के अनुसार इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस समारोह 4 से 8 अक्टूबर 2021 तक चलने वाले शिक्षण कर्मियों (सीईआरटी) से संबंधित सिफारिशों को लागू करने पर आईएलओ-यूनेस्को दोनों के साझा विशेषज्ञों की समिति की बैठक के साथ मनाया जाएगा।
इस बार के विश्व शिक्षक दिवस के मौके पर वैश्विक और क्षेत्रीय आयोजनों की पांच दिवसीय श्रृंखला में अध्यापन पेशे पर कोरोना महामारी के प्रभाव को प्रदर्शित किया जाएगा, प्रभावी और आशाजनक नीति व उन पर प्रतिक्रियाओं को उजागर किया जाएगा। साथ ही, इस बार यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने की आवश्यकता होगी कि शिक्षण कर्मियों का पूर्ण क्षमता का विकास हो।
(अखिल पाराशर, चाइना मीडिया ग्रुप, बीजिंग)
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Hanuman Jayanti 2024 Date: हनुमान जयंती पर बनेगा गजलक्ष्मी राजयोग, जानें किन राशियो की होगी आर्थिक उन्नति
-
भारत के इस मंदिर में नहीं मिलती पुरुषों को एंट्री, यहां होते हैं कई तांत्रिक अनुष्ठान
-
Mars Transit in Pisces: 23 अप्रैल 2024 को होगा मीन राशि में मंगल का गोचर, जानें देश और दुनिया पर इसका प्रभाव
-
Kamada Ekadashi 2024: कामदा एकादशी से पहले जरूर करें 10 बार स्नान, सफलता मिलने में नहीं लगेगा समय