logo-image

खुनमिंग :स्पंज सिटी वाली नई पारिस्थितिक अवधारणा से सुन्दर शहर का निर्माण

खुनमिंग :स्पंज सिटी वाली नई पारिस्थितिक अवधारणा से सुन्दर शहर का निर्माण

Updated on: 13 Oct 2021, 08:30 PM

बीजिंग:

संयुक्त राष्ट्र जैव विविधता संधि के हस्ताक्षरकर्ताओं के 15वें सम्मेलन (सीओपी 15) का पहला चरण 11 से 15 अक्तूबर तक दक्षिण पश्चिमी चीन के युन्नान प्रांत की राजधानी खुनमिंग में आयोजित किया जा रहा है। इधर के सालों में खुनमिंग शहर ने पारिस्थितिक सभ्यता के निर्माण और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में निवेश बढ़ाया है। स्पंज सिटी वाली नई अवधारणा से शहर में आद्र्रभूमि का निर्माण किया गया और पानी और शहर का एकीकरण, मानव बस्तियों का सामंजस्य वाला सुंदर घर बनाने का प्रयास किया।

खुनमिंग शहर के वुहुआ जि़ले में छनच्यायिंग में एक छोटी खाई है, जो स्थानीय नव युनल्यांग नदी की अहम शाखा है, जिसका पानी अंत में युन्नान में मशहूर त्येनछी झील तक पहुंचता है। वुहुआ जिले के जल मामला विभाग के प्रधान चांग शीहुआ ने संवाददाता को बताया कि अतीत में विरल वनस्पतियों की वजह से बरसात के मौसम में नदी चैनल छोटा होने, तटबंध नीचे होने और बस्तियां अधिक होने के कारण छनच्यायिंग खाई में पानी के भार का सामना करना मुश्किल होता था, बड़ी मात्रा में वर्षा का पानी तलछट में प्रवेश करता था और नव युनल्यांग नदी में बह जाता था, जिसके परिणामस्वरूप शहरी जलभराव और अस्थिर जल पर्यावरण गुणवत्ता आदि समस्याएं पैदा हुईं, जिन्होंने आसपास के निवासियों के जीवन में बड़ी असुविधा पैदा की।

चांग शीहुआ के मुताबिक, लोगों के रहने वाले पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए, स्थानीय सरकार ने छनच्यायिंग गांव के पर्यावरण परिवर्तन में नए प्रयास और अन्वेषण किए हैं। सड़क की सतह के नीचे धंसी हुई हरी जगह का निर्माण किया, और जल निकाय में कुछ जलीय पौधों और बेंटिक जीवों को पुर्नस्थापित किया, शहर में आद्र्रभूमि बनाकर जल पर्यावरण के प्रबंधन के लिए जैविक श्रृंखला पद्धति का उपयोग कर जल पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली और मजबूती की, जिससे बेहतर परिणाम प्राप्त हुए।

शहर की गुणवत्ता में सुधार और शहरी जल आपूर्ति पर दबाव को कम करने के लिए, खुनमिंग ने आधिकारिक तौर पर साल 2016 में स्पंज सिटी का निर्माण शुरू किया और इसके लिए एक व्यवहार्य मानक निर्माण प्रणाली भी स्थापित की।

स्पंज सिटी शहरी वर्षा जल प्रबंधन अवधारणा की एक नई पीढ़ी है, जिसका अर्थ है कि शहर स्पंज की तरह हो सकते हैं और पर्यावरणीय परिवर्तनों के अनुकूल होने और बारिश के कारण होने वाली प्राकृतिक आपदाओं का मुकाबला करने में अच्छा लचीलापन रखते हैं। जब बारिश होती है, तो जल अवशोषण, भंडारण, रिसाव और जल शोधन किया जाता है। जब पानी की आवश्यता होती है, तो संग्रहित पानी को छोड़ दिया जाता है। इस तरह शहर में वर्षा पानी के मुक्त प्रवास को साकार किया जा सकता है।

बताया गया है कि छनच्यायिंग के पर्यावरण के नवीनीकरण के बाद फुटपाथ पर पत्थरों के नीचे भू-टेक्सटाइल को रखा गया था। इसका कार्य यह है कि बरसात के मौसम में नदी का जल स्तर बढ़ जाता है और नदी का पानी भू-टेक्सटाइल के माध्यम से प्राकृतिक रूप से मिट्टी में प्रवेश कर जाता है। बरसात का मौसम समाप्त होने के बाद, मिट्टी में संतृप्त पानी स्वाभाविक रूप से नदी के पानी के पूरक के लिए नदी के रास्ते में प्रवेश कर जाता है।

उधर, खुनमिंग जल मामला ब्यूरो के उप प्रमुख, नगर जल संरक्षण कार्यालय के निदेशक श्योंग चीक्वो ने जानकारी देते हुए कहा कि स्पंज सिटी की नई पारिस्थितिक अवधारणा के आधार पर पानी के भंडारण, जल गुणवत्ता में सुधार, स्वच्छ जल और मल-जल के विभाजन, प्राकृतिक पारिस्थितिकी, रहने योग्य वाला लक्ष्य बनाया गया। वुहुआ जिले ने नदी पारिस्थितिकी को बहाल किया है और बेहतर शहरी आद्र्रभूमि बनायी। इसके साथ ही त्येनछी झील के क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण और शासन क्षमता में भी सुधार किया गया।

वर्तमान में छनच्यायिंग खाई क्षेत्र के आसपास, नागरिकों की बस्ती में ऊंची-ऊंची इमारतों के आसपास बेल्ट आकार वाले कई धंसे हुए आद्र्रभूमि पार्कों की स्थापना की जा चुकी है। एक किलोमीटर लंबे इलाके में पम्पस घास, आईरिस, जिन्कगो, और लाल मेपल जैसी वनस्पतियां मौजूद हैं, बैंगनी मैगनोलिया, जैकरांडा, जिन्कगो, चेरी ब्लॉसम आदि चार-मौसम के पौधे और वर्षा उद्यान, पारिस्थितिक तालाब, मंडप और घास-मैदान, परि²श्य ट्रेस्टल जैसे व्यवस्थाएं सुसज्जित हैं। इस तरह शहर में आद्र्रभूमि, आद्र्रभूमि में शहर एक रहने योग्य और सुखद पारिस्थितिक परि²श्य का गठन करता है। घूमना, टहलना, गाना, नाचना, खेलना, आराम करना और मनोरंजन करना, स्थानीय निवासी यहां अपने आरामदेह जीवन का आनंद लेते हैं।

(थांग युआनक्वेइ, चाइना मीडिया ग्रुप, खुनमिंग)

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.