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जलवायु परिवर्तन के निपटारे में कार्रवाई अहम

जलवायु परिवर्तन के निपटारे में कार्रवाई अहम

Updated on: 03 Nov 2021, 08:05 PM

बीजिंग:

कोप 26 शिखर बैठक में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने अपने लिखित भाषण में जलवायु परिवर्तन के निपटारे में तीन सूत्रीय सुझाव पेश कर विभिन्न पक्षों से फौरन कार्रवाई करने की अपील की। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के निपटारे की नाजुकता निरंतर बढ़ रही है।

कोप 26 महासभा के उद्घाटन के दिन में विश्व मौसम संगठन ने रिपोर्ट जारी कर बताया कि इस साल के पहले 9 महीनों के आंकड़ों के अनुसार बीते सात साल तापमान रिकॉर्ड का काम शुरू होने के बाद से सब से गर्म साल रहे। इस के अलावा वर्ष 2020 में वैश्विक ग्रीन हाउस गैस की घनता नयी ऊँचाई पर पहुंची और इस साल बढ़ती रहेगी।

शी चिनफिंग ने अपने सुझाव में बताया कि बहुपक्षवाद अच्छा नुस्खा है ।इस सुझाव से जलवायु परिवर्तन के निपटारे में वैश्विक मापदंड बनना चाहिए। इसके लिए विभिन्न पक्षों को यूएन जलवायु परिवर्तन ढांचागत समझौते और पैरिस समझौते का पालन कर समान पर विभिन्न जिम्मेदारियों पर कायम रहना चाहिए, खासकर विकिसित देशों को न सिर्फ अधिक कोशिश करनी चाहिए ,बल्कि विकासशील देशों को अधिक सहायता भी देनी चाहिए ।यह एक कुंजीभूत मुद्दा है।

क्या जलवायु परिवर्तन के निपटारे से आर्थिक विकास पर बुरा प्रभाव पड़ेगा? इसको लेकर शी चिनफिंग का सुझाव है कि हमें हरित ट्रांसफार्मेशन को गति देकर विज्ञान व तकनीक से आर्थिक और सामाजिक विकास को बढ़ाना चाहिए। यह सुझाव वर्तमान वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी विकास के आम रूझान से मेल खाता है और चीन में हरित पहाड़ और स्वच्छ जल स्वर्ण व रजत पहाड़ की अवधारणा के सफल अभ्यास का अनुभव भी है।

जलवायु परिवर्तन का निपटारा वैश्विक चुनौती है, जिसे वैश्विक कोशिशों की जरूरत है।

(साभार---चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)

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