अमेरिकी खुफिया एजेंसी की कोरोना वायरस ट्रेसबिलिटी रिपोर्ट वैज्ञानिक और विश्वसनीय नहीं

अमेरिकी खुफिया एजेंसी की कोरोना वायरस ट्रेसबिलिटी रिपोर्ट वैज्ञानिक और विश्वसनीय नहीं

अमेरिकी खुफिया एजेंसी की कोरोना वायरस ट्रेसबिलिटी रिपोर्ट वैज्ञानिक और विश्वसनीय नहीं

author-image
IANS
New Update
New from

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के कार्यालय ने हाल ही में कोविड-19 वायरस ट्रेसबिलिटी डिक्रिप्टेड रिपोर्ट जारी की। इसकी चर्चा में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वनपिन ने 31 अक्तूबर को कहा कि यह रिपोर्ट, चाहे वह कितनी भी बार प्रकाशित हो और कितने ही संस्करण गढ़े, इसकी एकमुश्त राजनीतिक रिपोर्ट और झूठी रिपोर्ट की प्रकृति को नहीं बदला जा सकता है, और इसकी कोई वैज्ञानिकता और विश्वसनीयता नहीं है।

Advertisment

वांग वनपिन ने कहा कि जब अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने अगस्त में इस तथाकथित वायरस ट्रेसबिलिटी डिक्रिप्टेड रिपोर्ट का सारांश जारी किया, तो चीन ने इसका कड़ा विरोध किया है। हजार बार दोहराया गया झूठ फिर भी झूठ होता है। कोविड-19 वायरस ट्रेसबिलिटी एक गंभीर व जटिल वैज्ञानिक मामला है। इसका अनुसंधान केवल वैश्विक वैज्ञानिकों द्वारा सहयोग से किया जाना चाहिये। खुफिया एजेंसी द्वारा वायरस ट्रेसबिलिटी का काम करना इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने का सबूत है। अमेरिकी खुफिया एजेंसी धोखा देने में खूब माहिर है।

वांग वनपिन ने कहा कि हाल ही में 80 से अधिक देशों ने पत्र भेजने या बयान जारी करने आदि तरीकों से विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक को बताया कि वे वायरस ट्रेसबिलिटी के राजनीतिकरण का विरोध करते हैं, और चीन-विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी संयुक्त अनुसंधान रिपोर्ट की रक्षा करते हैं।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

      
Advertisment