आरसीईपी के प्रभावी होने के बाद क्या बदलाव होगा?
आरसीईपी के प्रभावी होने के बाद क्या बदलाव होगा?
बीजिंग:
क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) 2012 में आसियान की पहल पर चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और दस आसियान देशों सहित 15 सदस्य देशों द्वारा आठ वर्षों तक संपन्न एक मुक्त व्यापार समझौता है। 15 नवंबर, 2020 को 15 सदस्य देशों ने समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस साल के मार्च में, चीन ने आरसीईपी को मंजूरी देने में पहल की और आरसीईपी के जल्द से जल्द प्रभावी होने की प्रक्रिया को बढ़ावा दिया। आरसीईपी की कुल जनसंख्या 2.27 अरब है, कुल आर्थिक मात्रा 260 खरब डॉलर है, और कुल निर्यात मात्रा 52 खरब डॉलर है, जो कि दुनिया की कुल मात्रा का लगभग 30 प्रतिशत हिस्सा है।आरसीईपी के प्रभावी होने और लागू होने के बाद, वह दुनिया में सबसे अधिक भागीदारों वाला, सबसे विविध सदस्यता संरचना वाला और सबसे बड़ी विकास निहित शक्ति वाला मुक्त व्यापार क्षेत्र बन जाएगा, और दुनिया का सबसे बड़ा मुक्त व्यापार क्षेत्र भी होगा। वह प्रभावी ढंग से 15 सदस्य देशों के बीच व्यापार, निवेश और आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा, महामारी के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था की बहाली को बढ़ाएगा।
चीनी वाणिज्य मंत्रालय के अनुसंधान संस्थान के क्षेत्रीय आर्थिक अनुसंधान केंद्र के निदेशक जांग च्येनफिंग ने कहा कि आरसीईपी के प्रभावी होने के बाद सदस्य देश समझौते के प्रावधानों के अनुसार कर को तुरंत कम करेंगे, अपनी सेवा निवेश खुलेपन प्रतिबद्धताओं को पूरा करेंगे, और विभिन्न क्षेत्रों में समझौते के नियमों को लागू करेंगे। आरसीईपी के लागू होने के बाद सदस्य देशों की आयात लागत में काफी कमी आएगी, और आयातित उत्पादों की संख्या और किस्मों में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। क्षेत्रीय उत्पादन श्रृंखला, आपूर्ति श्रृंखला और मूल्य श्रृंखला के गहन एकीकरण से सदस्य देशों के उद्यमों को अंतर्राष्ट्रीय श्रम विभाजन में बेहतर ढंग से भाग लेने में मदद मिलेगी।
जांग च्येनफिंग ने कहा कि मौजूदा वैश्विक महामारी और आर्थिक मंदी की स्थिति में आरसीईपी एशिया-प्रशांत क्षेत्र के आर्थिक विकास व वैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है। वास्तव में, पूर्वी एशिया, यहां तक कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र भी बहुत गंभीर आर्थिक विकास दबावों का सामना कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में प्रभावी होने के बाद आरसीईपी वैश्विक आर्थिक मंदी से बेहतर ढंग से निपटने, महामारी से बेहतर ढंग से लड़ने और बेहतर क्षेत्रीय विकास भविष्य की ओर बढ़ने में हमें सक्षम बनाएगा।
2014 में पेइचिंग एपेक के दौरान, चीन और अन्य एपेक सदस्यों ने संयुक्त रूप से एशिया-प्रशांत मुक्त व्यापार क्षेत्र के लिए पेइचिंग रोडमैप तैयार किया और एशिया-प्रशांत सपने का लक्ष्य पेश किया। यानी कि आशा है कि भविष्य में 21 एशिया-प्रशांत अर्थव्यवस्थाएं एक और बड़े मुक्त व्यापार क्षेत्र का निर्माण करने में सक्षम होंगी। आरसीईपी भविष्य में एशिया-प्रशांत सपने की ओर बढ़ने का एक मार्ग बन सकता है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Kajol Workout Routine: 49 की उर्म में ऐसे इतनी फिट रहती हैं काजोल, शेयर किया अपना जिम रुटीन
-
Viral Photos: निसा देवगन के साथ पार्टी करते दिखे अक्षय कुमार के बेटे आरव, साथ तस्वीरें हुईं वायरल
-
Moushumi Chatterjee Birthday: आखिर क्यों करियर से पहले मौसमी चटर्जी ने लिया शादी करने का फैसला? 15 साल की उम्र में बनी बालिका वधु
धर्म-कर्म
-
Vikat Sanakashti Chaturthi 2024: विकट संकष्टी चतुर्थी व्रत कब? बस इस मूहूर्त में करें गणेश जी की पूजा, जानें डेट
-
Shukra Gochar 2024: शुक्र ने किया मेष राशि में गोचर, यहां जानें किस राशि वालों पर पड़ेगा क्या प्रभाव
-
Buddha Purnima 2024: कब है बुद्ध पूर्णिमा, वैशाख मास में कैसे मनाया जाएगा ये उत्सव
-
Shani Shash Rajyog 2024: 30 साल बाद आज शनि बना रहे हैं शश राजयोग, इन 3 राशियों की खुलेगी लॉटरी