चीन के साथ अंतर्राष्ट्रीय वैक्सीन सहयोग मजबूत करने के लिए तत्पर हैं विदेशी कंपनियां
चीन के साथ अंतर्राष्ट्रीय वैक्सीन सहयोग मजबूत करने के लिए तत्पर हैं विदेशी कंपनियां
बीजिंग:
विश्व अभी भी कोरोना महामारी से जूझ रहा है, और वैक्सीन महामारी को हराने के लिए एक शक्तिशाली हथियार है। सबसे बड़े विकासशील देश और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में जिम्मेदार सदस्य होने के नाते चीन हमेशा मानव स्वास्थ्य साझे समुदाय की अवधारणा का पालन करता है और विकासशील देशों में टीकों की उपलब्धता और सामथ्र्य की प्राप्ति में चीन ने व्यापक योगदान दिया है।29 जुलाई को कुछ देशों के वैक्सीन सहयोग कंपनियों के प्रमुखों, विशेषज्ञों, विद्वान ने आयोजित कोरोना वैक्सीन सहयोग उद्यम संवाद सम्मेलन में चीन सरकार और चीनी वैक्सीन कंपनियों द्वारा दी गई सहायता के लिए आभार व्यक्त किया और कहा कि वे चीन के साथ अंतर्राष्ट्रीय वैक्सीन सहयोग को और मजबूत करने के लिए तत्पर हैं।
श्रीलंकाई सेयोका कंपनी के जनरल मैनेजर श्री चंदना ने ऑलाइन माध्यम से संवाद सम्मेलन में भाग लिया और चीन के प्रति आभार जताया। उन्होंने श्रीलंका द्वारा चीन के कोरोना वैक्सीन की खरीद की पूरी प्रक्रिया में भाग लिया। चंदना ने कहा कि मार्च महीने में चीनी साइनोफार्म ग्रुप की कुल 71 लाख वैक्सीन श्रीलंका में पहुंची, चीन की वैक्सीन श्रीलंकाई लोगों के लिए मुख्य वैक्सीन बन गयी है।
वहीं, हंगरी चीन से कोरोना वैक्सीन खरीदने वाला पहला यूरोपीय संघ का देश है। साइनोफार्म ग्रुप के साथ सहयोग करने वाले हंगरी के तकनीकी महानिदेशक के रूप में डॉक्टर जोल्टन फोरैइ ने 29 जुलाई को ऑनलाइन तरीके से संवाद सम्मेलन हिस्सा लिया। उन्होंने चीनी कोरोना वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभावशीलता को अत्यधिक मान्यता दी, और कहा कि चीनी वैक्सीन ने महामारी से लड़ने के लिए हंगरी को विश्वास और ताकत दी, इसके लिए वे चीन के बहुत आभारी हैं।
उधर, पाकिस्तान के राष्ट्रीय स्वास्थ्य अनुसंधान संस्थान के कार्यकारी निदेशक, प्रोफेसर आमेर इकराम ने कहा कि पाकिस्तान और साइनोफार्म ग्रुप व साइनोवैक कंपनी के बीच बेहतर सहयोग संबंध स्थापित हुए। चीन ने वैश्विक महामारी-रोधी संघर्ष में योगदान दिया। चीन न केवल चीनी लोगों के स्वास्थ्य की गारंटी देता है, बल्कि पूरी दुनिया में लोगों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए भी प्रतिबद्ध है।
बता दें कि चीन दुनिया को, विशेष रूप से विकासशील देशों को कोरोना वैक्सीन प्रदान करने के लिए यथासंभव प्रयास करता है। अब तक, चीन ने वैक्सीन की कुल 70 करोड़ से अधिक खुराकें प्रदान कीं हैं। इसके अलावा, चीन ने अन्य विकासशील देशों को टीकों के लिए स्थानीय उत्पादन लाइनें स्थापित करने में भी मदद की है। साथ ही विकासशील देशों के लिए कोरोना वैक्सीन के लिए बौद्धिक संपदा अधिकारों की छूट का सक्रिय रूप से समर्थन किया है, और 100 से अधिक देशों को जीवन बचाने और महामारी से लड़ने में मदद की है।
( साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग )
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