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अमेरिका की जैव-सैन्यीकरण गतिविधियों में पारदर्शिता के अभाव से क्षेत्रीय सुरक्षा को हानि पहुंचायी गयी

अमेरिका की जैव-सैन्यीकरण गतिविधियों में पारदर्शिता के अभाव से क्षेत्रीय सुरक्षा को हानि पहुंचायी गयी

Updated on: 29 Oct 2021, 08:50 PM

बीजिंग:

चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता थान खोफेई ने 28 अक्तूबर को आयोजित नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हाल ही में चीन व रूस के विदेश मंत्रियों नेज्‍जजैविक हथियारों के निषेध पर संधि को मजबूत करने का संयुक्त बयान जारी किया। बयान में यह कहा गया कि अमेरिका तथा उसके साथी अपने-अपने देश में जैव-सैन्यीकरण गतिविधियां को अंजाम दे रहे हैं, जिस पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय चिंतित है। साथ ही, उसने चीन व रूस के राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति गंभीर खतरा पैदा किया, और संबंधित क्षेत्रों की सुरक्षा को नुकसान भी पहुंचाया।

थान खोफेई ने कहा कि सभी लोग यह जानते हैं कि अमेरिका जैविक हथियारों के निषेध पर संधि से जुड़ी वार्ता में बाधा डालने वाला एकमात्र देश है। साथ ही, अमेरिका की जैव-सैन्यीकरण गतिविधियों पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय सदैव चिंतित है। यहां तक कि अमेरिकी मीडिया ने भी फोर्ट डेट्रिक जैविक अड्डे को अमेरिकी सरकार के सबसे अंधेरे प्रयोग का केंद्र कहलाता है। उनके अलावा अमेरिका ने अपने देश के बाहर 200 से अधिक जैव प्रयोगशालाओं की तैनाती भी की, क्योंकि उन प्रयोगशालाओं की गतिविधियों में पारदर्शिता का अभाव है, इसलिये व्यापक रूप से संदेह व विरोध पैदा हुआ है।

थान खोफेई ने बल देकर कहा कि जैव-सैन्यीकरण गतिविधि अंतर्राष्ट्रीय शांति व सुरक्षा, और विभिन्न देशों की सुरक्षा से जुड़ा हुआ एक बड़ा मामला है। हमने अमेरिका से खुला, पारदर्शी व जिम्मेदार रुख अपनाकर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की चिंता का जवाब देने, वास्तविक रूप से संधि के सदस्य देश का कर्तव्य निभाने और बाहर में अपनी जैव-सैन्यीकरण गतिविधियों का पूरा विवरण करने का आग्रह किया।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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