मानवाधिकारों के सम्मान और गारंटी पर शी चिनफिंग के संबोधन के अंश पुस्तक के पाठकों का मिलन समारोह 28 दिसंबर को पेइचिंग में आयोजित हुआ। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति के प्रचार विभाग, सीपीसी केंद्रीय समिति के पार्टी इतिहास और साहित्य अनुसंधान संस्थान के संबंधित प्रमुखों, मानवाधिकार विशेषज्ञों, विद्वानों और कई क्षेत्रों में देसी-विदेशी पाठकों ने साथ मिलकर संवाद किया।
सीपीसी केंद्रीय समिति के प्रचार विभाग के उप प्रधान च्यांग च्येनक्वो ने कहा कि मानवाधिकार के बारे में राष्ट्रपति शी चिनफिंग की महत्वपूर्ण व्याख्या उच्च विचार, समृद्ध अर्थ और गहन सोच वाली है, जिसने नए युग में चीन के मानवाधिकार कार्य के विकास के लिए आगे का रास्ता बताया है, और दुनिया के मानवाधिकार कार्य को आगे बढ़ाने में भी चीनी बुद्धि का योगदान दिया और चीनी समाधान प्रस्ताव पेश किया है। इस पुस्तक का प्रकाशन चीनी मानवाधिकार विकास के इतिहास में अहम बात है, जिस पर देश और विदेश में व्यापक ध्यान आकर्षित हुआ है।
पेइचिंग फूवाए अस्पताल में कार्यरत बांग्लादेश के डॉक्टर मिस्बाहुल फेदुस ने कहा कि चीन लोगों के हितों को सर्वोच्च स्थान पर रखता है। कोरोना महामारी का प्रकोप फैलने के बाद से लेकर अब तक, चीनी मरीजों को व्यापक उपचार और पर्याप्त गारंटी मिली है। इसके साथ ही चीन ने दूसरे देशों और क्षेत्रों में चिकित्सक भेजे, जिससे मानवीय भावना पूरी तरह से प्रदर्शित हुई है।
वहीं, पाकिस्तान की वैश्वीकरण थिंक टैंक की शोधकर्ता जून अहमद खान, उसका चीनी नाम मिंग चू है, ने आशा जतायी कि मानवाधिकारों के सम्मान और गारंटी पर शी चिनफिंग के संबोधन के अंश पुस्तक का विभिन्न भाषाओं में अनुवाद किया जाएगा, और दुनिया के विभिन्न स्थलों में प्रसारित किया जा सकेगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग चीन के मानवाधिकार ²ष्टिकोण को समझ सकें।
बता दें कि इस पुस्तक को कुल 335 अनुच्छेदों के साथ 9 विषयों में विभाजित किया गया है, जिसमें 15 नवंबर, 2012 से 30 अक्टूबर, 2021 तक शी चिनफिंग की रिपोर्टें, भाषण, बातचीत, बधाई पत्र, निर्देश सहित 160 से अधिक महत्वपूर्ण दस्तावेज शामिल हैं।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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Source : IANS