चीनी मोटर वाहन प्रौद्योगिकी अनुसंधान केंद्र ने 27 जुलाई को पेइचिंग में 2022 चीन ऑटोमोबाइल कम कार्बन कार्य योजना (सीएएलसीपी) की शोध रिपोर्ट जारी की। इसमें चीन में बेची जाने वाली यात्री कारों और वाणिज्यिक वाहनों के पूरे जीवन चक्र के कार्बन उत्सर्जन स्तरों के बारे में जानकारी दी गयी।
बता दें कि इस रिपोर्ट में 6725 यात्री कारों और वाणिज्यिक वाहनों के पूरे जीवन चक्र में कार्बन उत्सर्जन स्तरों का अध्ययन किया गया है। डेटा से पता चलता है कि चीन के ऑटोमोबाइल उद्योग के पूरे जीवन चक्र में कार्बन उत्सर्जन 1.2 अरब टन तक जा पहुंचा, जिसमें यात्री कारों का हिस्सा लगभग 58 प्रतिशत है। पारंपरिक पेट्रोल वाहनों की तुलना में, शुद्ध इलेक्ट्रिक वाहनों के कार्बन उत्सर्जन में 43.4 प्रतिशत की कमी आई है। अनुमान है कि 2060 तक, पूरे जीवन चक्र में शुद्ध इलेक्ट्रिक वाहनों का कार्बन उत्सर्जन 23 ग्राम प्रति किलोमीटर तक पहुंचेगा और कार्बन कटौती की संभावना बहुत बड़ी होगी।
चीनी मोटर वाहन प्रौद्योगिकी अनुसंधान केंद्र के उप महाप्रबंधक वू चिशीन ने कहा कि यात्री कार के उद्योग की वास्तविक औसत ईंधन खपत में गिरावट जारी है, जो लगभग 5.5 लीटर प्रति 100 किलोमीटर तक पहुंच गई है।
और साथ ही रिपोर्ट के नवीनतम आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि चीन में पुनर्नवीनीकरण स्टील और पुनर्नवीनीकरण एल्यूमीनियम का अनुपात क्रमश: लगभग 10 फीसदी और 20 फीसदी है। नई ऊर्जा वाले वाहनों और संबंधित कार्बन नियंत्रण कदमों के प्रचार के माध्यम से यह अनुमान लगाया गया है कि 2030 और 2060 तक चीन के ऑटोमोबाइल उद्योग का पूरे जीवन चक्र में कार्बन उत्सर्जन क्रमश: 70 करोड़ टन और 2 अरब टन तक पहुंच जाएगा।
(साभार---चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)
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Source : IANS