चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने 26 मार्च को काठमांडू में नेपाल के विदेश मंत्री नारायण खड़का से मुलाकात की।
वांग यी ने जोर देकर कहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्थिति में चाहे कितना भी परिवर्तन आ जाए, चीन दोनों देशों के नेताओं द्वारा निर्धारित दिशा का पालन करेगा, नेपाल के प्रति मैत्रीपूर्ण नीतियों को अडिग रूप से बढ़ावा देगा, आपसी लाभ वाले सहयोग को गहरा करेगा, और अडिग रूप से चीन-नेपाल साझा भाग्य समुदाय के निर्माण को बढ़ाएगा।
वांग यी ने नेपाल के प्रति चीन के तीन समर्थनों पर प्रकाश डाला।
पहला, नेपाल का अपनी राष्ट्रीय स्थिति के अनुकूल विकास पथ खोजने में समर्थन करें। चीन की मैत्रीपूर्ण नीति नेपाल की सभी पार्टियों और लोगों के लिए खुली है। चीन नेपाली लोगों के मौलिक और दीर्घकालिक हितों की ओर से समावेशी परामर्श, एकजुट और सहयोगी को बढ़ाने और राजनीतिक स्थिरता बनाए रखने, आर्थिक विकास को बढ़ाने और जन-जीवन के सुधार के लिए अनुकूल शासन मॉडल की संयुक्त रूप से तलाश करने में नेपाल की विभिन्न पार्टियों का समर्थन करता है। चीन नेपाल की इच्छा का सम्मान करने के आधार पर नेपाल के साथ राज्य प्रशासन के अनुभव के आदान-प्रदान को मजबूत करने को तैयार है।
दूसरा, स्वतंत्र घरेलू और विदेशी नीति को लागू करने में नेपाल का समर्थन करें। चीन हमेशा यह मानता है कि सभी देश, चाहे वे बड़े हो या छोटे, समान हैं और चीन सभी देशों की संप्रभुता, स्वतंत्रता और प्रादेशिक अखंडता का सम्मान करता है। चीन का मानना है कि नेपाल के मामलों को नेपाली लोगों द्वारा निर्धारित किया जाना चाहिए।
चीन नेपाल की संप्रभुता और स्वतंत्रता को कमजोर करने, नेपाल के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने और नेपाल में भू-राजनीतिक खेल करने का प्रयास करने का विरोध करता है। नेपाल दक्षिण एशिया और चीन के सहयोग का हाईलैंड बनना चाहिए। चीन यह देखकर खुश है कि नेपाल अन्य देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंधों में रहता है और क्षेत्रीय व अंतर्राष्ट्रीय मामलों में बड़ी भूमिका निभाता है।
तीसरा, बेल्ट एंड रोड के निर्माण में नेपाल की गहरी भागीदारी का समर्थन करें। पिछले कुछ वर्षो में दोनों देशों ने बेल्ट एंड रोड के सहनिर्माण में संतोषजनक प्रगति हासिल की। चीन दोनों पक्षों के बीच प्रमुख सहयोग परियोजनाओं को बढ़ाने, दोनों देशों के बीच भूमि बंदरगाहों के खुलने को सुनिश्चित करने, सीमा पार बिजली सहयोग के विकास का पता लगाने, दोनों देशों के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के चैनलों को समृद्ध और विस्तारित करने और ट्रांस-हिमालयी त्रि-आयामी इंटरकनेक्शन नेटवर्क का निर्माण करने को तैयार है, ताकि हिमालय दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण सहयोग का पुल बन सके। चीन नेपाल के अपने मानव संसाधन, भौगोलिक स्थिति और प्राकृतिक पारिस्थितिकी की तीन श्रेष्ठताओं का विकास करने, चीन के अवसरों को साझा करने और अपने स्वयं के विकास और पुनरुद्धार को तेज करने में मदद देना चाहता है।
(साभार : चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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Source : IANS