25 जुलाई को चीन की विश्व विरासत नामांकन परियोजना छ्वानचो: सोंग व युआन राजवंशों में चीन का विश्व समुद्रीय व्यापार केंद्र सुचारु रूप से यूनेस्को की 44वीं विश्व विरासत कमेटी की चर्चा में पारित होकर सफलतापूर्वक विश्व विरासत सूची में शामिल हो गयी, जिसके चलते चीन में विश्व विरासतों की कुल संख्या 56 तक पहुंच गई।
चर्चा में पारित प्रस्ताव के अनुसार छ्वानचो: सोंग व युआन राजवंशों में चीन का विश्व समुद्रीय व्यापार केंद्र में विशेष ऐतिहासिक युग में विशेष और उल्लेखनीय बंदरगाह शहर की स्थानीय संरचना जाहिर हुई है। इसके 22 विरासत विषयों में सामाजिक संरचना, प्रशासनिक व्यवस्था, परिवहन, उत्पादन, व्यापार आदि महत्वपूर्ण सांस्कृतिक तत्व शामिल हैं, जिनसे 10वीं-14वीं सदी में छ्वानचो विकसित होकर पूर्वी एशिया और दक्षिण-पूर्वी एशिया के व्यापारिक नेटवर्क का समुद्री केंद्र बन गया। छ्वानचो ने पूर्वी एशिया और दक्षिण-पूर्वी एशिया के आर्थिक व सांस्कृतिक विकास के लिये बड़ा योगदान दिया है।
विश्व विरासत कमेटी नेज्जविश्व सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत के संरक्षण संधि के कार्यान्वयन के लिए परिचालन दिशानिर्देश के आधार पर छ्वानचो: सोंग व युआन राजवंशों में चीन का विश्व समुद्रीय व्यापार केंद्र को विश्व विरासत सूची में शामिल किया है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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Source : IANS