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विश्व की छत पर आम तिब्बतियों का वर्तमान जीवन कैसा है

विश्व की छत पर आम तिब्बतियों का वर्तमान जीवन कैसा है

Updated on: 26 Mar 2022, 01:30 AM

बीजिंग:

विश्व की छत पर तिब्बत अधिकांश विदेशियों के लिए एक विलक्षण, पवित्र और रहस्यम स्थान है। वहां का प्राकृतिक ²श्य शानदार और खूबसूरत है। लेकिन दूसरी तरफ सच्चाई यह भी है कि अत्यंत ऊँचाई के कारण तिब्बत की कठोर भौगोलिक स्थिति मानव जीवन के लिए आसान नहीं है। आखिर वहां रह रहे आम तिब्बतियों का वर्तमान जीवन कैसा है। आज हम इस विषय पर प्रकाश डालेंगे।

35 वर्षीय तिब्बती किसान त्सी वांग पिंग छुओ पूर्वी तिब्बत के लिनची शहर की मिलिन काउंटी के शीगा मनपा गांव में रहते हैं। खराब पर्यावरण से जून 2003 में हिमालय पहाड़ के पूर्वी सेक्टर स्थित मोथो काउंटी के कानतंग कस्बे के 40 परिवारों के 140 से अधिक लोग विस्थापित होकर यहां आकर बसे। दस से अधिक साल के विकास के बाद यह एक मशहूर सामान्य समृद्धि वाला गांव बन गया है। त्सी वांग पिंग छुओ ने हाल ही में मीडिया के साथ हुई बातचीत में बताया कि उनकी लोडिंग मशीन का किराया 1 लाख 50 हजार युवान है और नीतिगत भत्ता व पर्यटन आय 50 हजार युवान से अधिक है। दोनों मिलाकर उनके परिवार की सालाना आय 2 लाख युवान (लगभग 23 लाख 51 हजार रुपए के बराबर) था।

ध्यान रहे शी गामनबा गांव विश्व की सबसे बड़ी घाटी यालुछांगबु बृहद घाटी के पास स्थित है। भौगोलिक लाभ उठाकर गांव में कई किसान छोटे होटल का संचालन करते हैं और स्थान विशिष्ट उत्पाद बेचते हैं। पर्यटन के विकास से स्थानीय किसानों को बड़ा लाभ मिलता है।

छुसोंग गांव पश्चिमी तिब्बत के आली प्रिफेक्च र की च्या ता काउंटी में स्थित है। यहां की औसत ऊँचाई 4100 मीटर है। गांव में लाल व सफेद वाले परंपरागत तिब्बती शैली वाले आँगन कतार में नजर आते हैं। गांव के सभी परिवार नये मकानों में रहते हैं। स्वच्छ पानी व दूरसंचार समेत सब बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हैं। स्थानीय अधिकारी ने मीडिया को बताया कि विभिन्न उदार नीतियों के तहत वहां के लोगों ने गरीबी से छुटकारा पाया है। वे अमनचैन व सुखमय जीवन बिता रहे हैं।

शी गा मनबा गांव और छुसोंग गांव इधर के कुछ साल तिब्बत के तेज विकास के लघुचित्र हैं। इधर कुछ साल तिब्बत स्वायत्त प्रदेश सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों व चरागाहों में सुरक्षित मकान, जल, बिजली, सड़क, गैस, दूरसंचार, रेडियो व टीवी और पर्यावरण के सुधार जैसे बनियादी संस्थापनों के निर्माण पर जोर दिया और बड़ी उपलब्धियां हासिल कीं।

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2021 में तिब्बत के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की प्रति व्यक्ति आय 14598 युवान है, जो लगातार 18 तक अंकों से बढ़ी। पाँच साल में किसानों की आय की वृद्धि दर पूरे देश में पहले स्थान पर रही। शहरों व कस्बों में प्रति व्यक्ति आय 41156 युवान है। उधर, तिब्बत में अब प्रति व्यक्ति आवास का क्षेत्रफल लगभग 40 वर्गमीटर हो गया है। उल्लेखनीय बात है कि तिब्बत में प्रति व्यक्ति की जीवन प्रत्याशा वर्ष 1959 के 35.5 वर्ष से बढ़कर 72.19 वर्ष तक हो गयी है।

(साभार---चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)

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