कोविड-19 महामारी के बीच श्रीलंका के हम्बनटोटा बंदरगाह में विदेशी पूंजी का आकर्षण स्थिरता से जारी है। पहले 6 महीने में वस्तुओं की ढुलाई पिछले साल की समान अवधि से 180 प्रतिशत से अधिक रही और बंदरगाह में सबसे बड़ी पूंजी निवेश परियोजना का निर्माण भी शुरू हुआ है।
बता दें कि हम्बनटोटा बंदरगाह चीन और श्रीलंका के बीच एक पट्टी एक मार्ग के ढांचे में एक अहम सहयोगी परियोजना है, जिसका संचालन दोनों पक्षों द्वारा किया जाता है। इधर के कुछ वर्षों में वह श्रीलंका में सबसे बड़ा चतुमुर्खी गहरा जल बंदरगाह बन गया है और हिंद महासागर में अंतरराष्ट्रीय समुद्री वहन केंद्र की ओर बढ़ रहा है।
परिचय के अनुसार अब हम्बनटोटा बंगरगाह क्षेत्र में अब श्रीलंका, ब्रिटेन, सिंगापुर, जापान, चीन, मालदीव आदि 30 से अधिक देशों व क्षेत्रों के उद्यमों ने प्रवेश किया है, जिनके कारोबार वित्त, लॉजिस्टिक्स, समुद्री व्यापार, ऊर्जा, रबड़ उत्पाद, इलेक्ट्रानिक्स, यॉट इत्यादि से संबंधित है। इस साल के पूर्वार्ध में वस्तुओं की ढुलाई 12 लाख टन हो गयी है।
(साभार---चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)
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Source : IANS