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दुनिया में हरियाली बढ़ाने की मुख्य शक्ति है चीन

दुनिया में हरियाली बढ़ाने की मुख्य शक्ति है चीन

Updated on: 20 Mar 2022, 08:55 PM

बीजिंग:

21 मार्च को विश्व वन दिवस है। वर्ष 1971 में यूरोपीय कृषि संघ द्वारा आयोजित टेनेरिफ द्वीप सम्मेलन में स्पेन ने इस दिवस की स्थापना का प्रस्ताव रखा और सर्व-सहमति से पारित किया गया। उसी वर्ष नवंबर में संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन ने आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि की। 21 दिसंबर 2012 को, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रत्येक वर्ष 21 मार्च को विश्व वन दिवस के रूप में निर्धारित किया और साल 2013 से इस दिवस को मनाने के लिए गतिविधि आयोजित की जाती है । इस दिवस की स्थापना का उद्देश्य यह है कि विभिन्न देशों में वन संसाधनों का ध्यान मजबूत करना और मानव और वनों के बीच संबंधों का समन्वय करके वन संसाधनों के सतत उपयोग को साकार करना है।

वन पृथ्वी पर सबसे ऊंचे हरे पौधे हैं, जो पृथ्वी के पारिस्थितिक संतुलन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और वैश्विक जल चक्र और कार्बन चक्र को नियंत्रित करने वाला एक महत्वपूर्ण कारक है और अपूरणीय कार्य हैं। आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2020 तक चीन में वन कवरेज दर 23.04 प्रतिशत तक पहुंच गई और वन क्षेत्रफल 22 करोड़ हेक्टेयर तक हो चुका है। इनमें कृत्रिम वन का क्षेत्रफल 8 करोड़ हेक्टेयर है और चीन के कृत्रिम वन का क्षेत्रफल विश्व में प्रथम स्थान पर है।

कृत्रिम वन की बात आती है, तो सैहानपा का उल्लेख करना होगा। सैहानपा चीन के हपेइ प्रांत में स्थित है, पिछली सदी के 60 के दशक की शुरूआत में चीन सरकार ने राजधानी पेइचिंग का पर्यावरण सुधारने और उत्तर में मरुस्थीलकरण की रोकथाम के लिए सैहानपा में एक वन फार्म स्थापित करने का फैसला किया। निर्माण के 50 से अधिक वर्षों के बाद, यहां विश्व का सबसे बड़ा कृत्रिम वन बन गया है।

शी चिनफिंग ने साल 2021 में सैहानपा का निरीक्षण करते समय कहा कि चीन के कृत्रिम वन का क्षेत्रफल दुनिया में पहले स्थान पर है, जो एक बहुत बड़ी उपलब्धि है और विश्व पारिस्थितिक सभ्यता के निर्माण के इतिहास में एक विशिष्ट आदर्श बनाया। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी और पूरे समाज को हरित विकास की अवधारणा का पालन करना, पारिस्थितिक सभ्यता के निर्माण को बढ़ावा देने के लिए ²ढ़ रहना और मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्यपूर्ण विकास का एक नया पैटर्न बनाने का प्रयास करना चाहिए। और आने वाली पीढ़ियों के लिए नीले आकाश, हरे भरे पहाड़ों और साफ पानी के साथ एक सुंदर वातावरण छोड़ दें।

हाल के वर्षों में चीन ने बड़े पैमाने पर हरियाली बढ़ाने का काम जारी रखा है, कृत्रिम वनीकरण, वनीकरण के लिए पहाड़ों को बंद करने, हवाई सीडिंग वनीकरण जैसे उपायों को अपनाया है, जिससे चीन के पारिस्थितिक पर्यावरण में काफी सुधार हुआ है। नौवें चीनी वन संसाधन सूची के आंकड़ों के अनुसार, चीन का प्राकृतिक वन क्षेत्रफल 14 करोड़ हेक्टेयर है और कृत्रिम वन क्षेत्रफल 8 करोड़ हेक्टेयर है। वर्ष 2000 से 2017 तक दुनिया के नए जोड़े गए हरित क्षेत्रों का लगभग एक चौथाई चीन से है, जो दुनिया में पहले स्थान पर है।

(साभार---चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)

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