चीन के हांगकांग विशेष प्रशासनिक क्षेत्र की 7वीं विधान सभा का चुनाव सुचारु रूप से आयोजित हुआ। चीनी राज्य परिषद के सूचना कार्यालय ने 20 दिसंबर को एक देश, दो व्यवस्थाओं के तहत हांगकांग के लोकतंत्र विकास श्वेत पत्र जारी किया। इस श्वेत पत्र ने हांगकांग के लोकतांत्रिक विकास के इतिहास का साफ परिचय दिया है।
हांगकांग पर ब्रिटेन के उपनिवेश शासन के 150 से अधिक वर्ष में हांगकांग वासियों को कोई लोकतांत्रिक अधिकार नहीं था। वर्ष 1997 में मातृभूमि में हांगकांग की वापसी के बाद एक देश, दो व्यवस्थाओं के ढांचे के तहत हांगकांग वासियों ने अपने स्वायत्त के दायरे के मामलों का प्रबंधन शुरू किया।
अभ्यासों से साबित हुआ है कि सीपीसी और चीन सरकार द्वारा स्थापित एक देश, दो व्यवस्थाओं की नीति और हांगकांग की वास्तविक स्थिति से मेल खाने वाले लोकतांत्रिक तंत्र ने हांगकांग वासियों के व्यापक लोकतांत्रिक अधिकार और मुक्ति की गारंटी की है। केंद्रीय सरकार ने हांगकांग के लोकतंत्र विकास के लिए निरंतर कोशिश की है।
विश्व में लोकतंत्र का एकमात्र मापदंड मौजूद नहीं है। अपनी स्थिति के अनुरूप होने और अपनी समस्याएं दूर करने वाला लोकतंत्र तो अच्छा लोकतंत्र है। पश्चिमी किस्म वाले लोकतंत्र का अंधाधुंध अनुसरण करने से हांगकांग में सिर्फ गड़बड़ी पैदा होगी। हांगकांग के लोकतांत्रिक विकास को अपना रास्ता निकालना है। केंद्रीय सरकार के मार्गदर्शन, समर्थन से हांगकांग का लोकतांत्रिक रास्ता निश्चय ही अधिकाधिक चौड़ा होगा।
(साभार---चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)
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Source : IANS