1 जनवरी को क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता (आरसीईपी) औपचारिक रूप से लागू हुआ। नए साल की शुरूआत में, 2.2 अरब से अधिक लोगों की अपेक्षाओं को पूरा करने वाला यह समझौता 2022 में विश्व अर्थव्यवस्था के विकास के लिए सूरज की पहली किरण लाएगा। 15 सदस्य देशों को नए अवसर और नए विकास के मौके मिलेंगे।
15 नवंबर 2020 को, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और दस आसियान देशों सहित 15 देशों ने क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता पर हस्ताक्षर किए। दुनिया के सबसे बड़े मुक्त व्यापार समझौते के रूप में आरसीईपी में माल व्यापार, सेवा व्यापार, निवेश पहुंच और संबंधित नियम शामिल हैं, जिसमें ई-कॉमर्स, बौद्धिक संपदा अधिकार, प्रतिस्पर्धा नीति आदि शामिल हैं। समझौता लागू होने के बाद यह वैश्विक आर्थिक बहाली और वृद्धि के लिए नए अवसर लाएगा।
आरसीईपी के 15 सदस्य देशों की कुल जनसंख्या 2.27 अरब है, जिसमें कुल सकल घरेलू उत्पाद मूल्य 262 खरबडॉलर और कुल निर्यात मूल्य 52 खरब डॉलर है, प्रत्येक का वैश्विक हिस्सेदारी में लगभग 30 प्रतिशत हिस्सा है। इस समझौते के लागू होने के बाद, माल, सेवा और निवेश का खुलापन होगा, व्यापार और निवेश की सुविधा को प्रणाली की गारंटी मिलेगी, औद्योगिक श्रृंखला व आपूर्ति श्रृंखला अधिक एकीकृत होने, और क्षेत्रीय निवेश अधिक सक्रिय होने की उम्मीद है। इसके साथ ही यह समझौता क्षेत्रीय व्यापार और निवेश के विकास का अवसर पैदा करेगा, और महामारी से प्रभावित क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था की निरंतर बहाली को भी बढ़ावा देगा।
दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले, सबसे बड़े आर्थिक और व्यापारिक पैमाने वाले और विकास की सबसे बड़ी निहित शक्ति होने वाले मुक्त व्यापार क्षेत्र के रूप में आरसीईपी के प्रभावी होने के बाद, अनुमोदित सदस्यों के बीच 90 प्रतिशत से अधिक माल व्यापार अंतत: शून्य टैरिफ प्राप्त करेगा। आंकड़ों के मुताबिक, साल 2030 तक, आरसीईपी से सदस्य देशों के निर्यात में 5 खरब 19 अरब डॉलर की शुद्ध वृद्धि और राष्ट्रीय आय में 1 खरब 86 अरब डॉलर की शुद्ध वृद्धि की उम्मीद है। इस समझौते के लागू होने के बाद, चीन का निर्यात लगभग 30 फीसदी जीरो-टैरिफ ट्रीटमेंट हासिल कर सकेगा, जिसमें चीन की 14 खरब डॉलर की व्यापार की रकम शामिल होगी।
विशेषज्ञों के विचार में, मूल उत्पादन क्षेत्र के संचयी नियम का कार्यान्वयन करने, सीमा शुल्क प्रक्रियाओं को सरल करने, व्यापारिक सुविधा को बढ़ावा देने, ज्यादा पारदर्शी, निष्पक्ष व अधिक अनुमानित व्यापार निमय प्रदान करने जैसे तरीके से आरसीईपी क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण को बढ़ावा देगा, और साथ ही साथ एकीकृत उत्पादन आधार तथा उत्पाद बाजार के गठन को भी आगे बढ़ाएगा। टैरिफ में कमी के कारण बाजार के अधिक खुलेपन के अलावा, डिजिटल क्षेत्र, मूल उत्पादित स्थल नियम आदि क्षेत्रीय नियमों से सदस्य देशों को बड़ा लाभ मिलेगा। आरसीईपी एक मजबूत क्षेत्रीय नेटवर्क तैयार करेगा और संपूर्ण क्षेत्रीय मूल्य श्रृंखला की स्थिरता और दक्षता को बढ़ावा देगा।
(थांग युआनक्वेइ, चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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Source : IANS