अमेरिकी सेना की जैविक प्रयोगशालाओं में आखिर क्या हो रहा है?
अमेरिकी सेना की जैविक प्रयोगशालाओं में आखिर क्या हो रहा है?
बीजिंग:
विश्व भर में अमेरिकी सेना ने 200 से अधिक जैविक प्रयोगशालाएं स्थापित की हैं। उदाहरण के लिए कजाकस्तान में अमेरिकी सेना की सहायता वाले 6 जैविक केंद्र हैं। रूसी सैन्य व राजनीतिक विश्लेषण वेबसाइट की एक रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका की सहायता से वर्ष 2017 में अलमाटी प्रयोगशाला ने केजी-33 कार्यक्रम लागू किया। प्रयोगशाला के कर्मचारियों ने 200 चमगादड़ के मूल-नमूने एकत्र किये, जिनमें 12 किस्मों के कोरोना वायरस पाये गये।अब कजाकस्तान के कई लोगों का विचार है कि कोविड-19 वायरस का स्रोत यह केजी-33 कार्यक्रम है ,जिसमें अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के ठेकेदार ने भाग लिया था। कजाकस्तान की जनता अमेरिकी जैविक प्रयोगशाला बंद करने की जबरदस्त मांग करती है ।
अमेरिकी सेना की प्रयोगशाला पर विभिन्न देशों की जनता की आशंका के प्रति अमेरिकी सरकार को जवाब देना है। क्योंकि यह समग्र मानव स्वास्थ्य से संबंधित है। विश्व को इसकी असलियत जानने का अधिकार है।
(साभार---चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग )
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
-
SRH vs LSG : हेड-अभिषेक का तूफान, हैदराबाद ने 9.4 ओवर में चेज किया 166 का लक्ष्य, लखनऊ को 10 विकेट से रौंदा
-
SRH vs LSG Dream11 Prediction: हैदराबाद और लखनऊ के मैच में ये हो सकती है बेस्ट ड्रीम11 टीम, इसे चुनें कप्तान
-
DC vs RR : कुलदीप-मुकेश कुमार की घातक गेंदबाजी, दिल्ली ने राजस्थान को 20 रनों से हराया
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Akshaya Tritiya 2024: क्यों खास है इस वर्ष अक्षय तृतीया? ये है बड़ा कारण
-
Amavasya Ke Totke: दुश्मनों से हैं परेशान या कोई फैला रहा है नेगेटिव एनर्जी, तो आज रात करें ये उपाय
-
Chanakya Niti: चाणक्य के अनुसार क्या है मनुष्य का असली धर्म, यहां जानिए
-
Rajarajeshwar Temple: राजराजेश्वर मंदिर की क्या है खासियत जहां पीएम मोदी ने टेका माथा