logo-image

वैश्विक आर्थिक बहाली की चुनौतियां बढ़ीं, चीन का आर्थिक लचीलापन बरकरार

वैश्विक आर्थिक बहाली की चुनौतियां बढ़ीं, चीन का आर्थिक लचीलापन बरकरार

Updated on: 16 Jan 2022, 08:15 PM

बीजिंग:

जिनेवा स्थित विश्व आर्थिक मंच ने हाल ही में अपनी 2022 वैश्विक जोखिम रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट में एक वैश्विक सर्वेक्षण से पता चला है कि सर्वेक्षण में शामिल छह विशेषज्ञों में से केवल एक आर्थिक बहाली पर आश्वस्त है, और दस में से केवल एक को विश्वास है कि वैश्विक बहाली में तेजी आएगी। अधिकांश विशेषज्ञों का मानना है कि अगले तीन वर्षों में वैश्विक आर्थिक बहाली असंतुलित और अस्थिर होगी। रिपोर्ट में बताया गया है कि फैल रही कोविड-19 महामारी के अलावा, 2022 में दुनिया के सामने आने वाले मुख्य जोखिमों में कमजोर जलवायु कार्रवाई, सामाजिक खाई का विस्तार और साइबर जोखिम आदि शामिल होंगे। उनमें से, जलवायु संकट मानवता के सामने सबसे बड़ा दीर्घकालिक खतरा बना रहेगा। यदि कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, तो वैश्विक जीडीपी एक-छठे तक कम हो जाएगी।

उधर, विश्व बैंक द्वारा जारी नवीनतम वैश्विक आर्थिक दूरदर्शी रिपोर्ट में 2021 में वैश्विक अर्थव्यवस्था 5.5 प्रतिशत और 2022 में 4.1 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान लगाया गया। दोनों पिछले पूवार्नुमानों से 0.2 प्रतिशत अंक नीचे हैं और साथ ही 2023 में वैश्विक आर्थिक विकास दर 3.2 फीसदी तक धीमी हो जाएगी।

रिपोर्ट के अनुसार विश्व अर्थव्यवस्था 2021 में महामारी के प्रभाव से उबर गयी। हालांकि, नए उत्परिवर्तित कोरोना वायरस के फैलाव, मुद्रास्फीति, ऋण और आय असंतुलन जैसे कारकों से वैश्विक आर्थिक बहाली की गति इस वर्ष और अगले वर्ष काफी धीमी हो जाएगी। इस स्थिति में चीन की अर्थव्यवस्था में फिर भी विकास की निहित क्षमता और लचीलापन देखा गया, जिसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों और अर्थशास्त्रियों की मान्यता मिली। रिपोर्ट में भविष्यवाणी की गई है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था 2021 में 5.6 फीसदी तक बढ़ेगी, जो पिछले पूवार्नुमान से 1.2 प्रतिशत अंक कम है, और 2022 में 3.7 फीसदी की वृद्धि होगी, जो 0.5 प्रतिशत अंक नीचे है, और साथ ही चीनी अर्थव्यवस्था 2021 में 8 फीसदी तक बढ़ेगी और 2022 में 5.1 फीसदी तक बढ़ेगी। दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में चीन अग्रणी स्थान पर रहा। विश्व बैंक ने कहा कि आपूर्ति श्रृंखला बाधाओं जैसी वैश्विक चुनौतियों के बावजूद, चीन का विनिर्माण उद्योग आम तौर पर स्थिर रहा और निर्यात वृद्धि में तेजी आई है।

मैथ्यूज एशिया फंड के निवेश रणनीतिकार एंडी रोथमैन ने हाल ही में अपने लेख में लिखा है कि 2022 में चीन की अर्थव्यवस्था के मजबूत प्रदर्शन की संभावना है, और निवेशकों की भावना सुधरेगी, जिससे चीन के पूंजी बाजार को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा, क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) का प्रभावी होना एशिया-प्रशांत क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को स्थिर करने और क्षेत्रीय व वैश्विक आर्थिक बहाली बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

यूएस ग्लोबल स्ट्रैटेजिक इंफॉर्मेशन पत्रिका की वाशिंगटन शाखा के प्रमुख विलियम जोन्स ने कहा कि आरसीईपी द्वारा लाए गए व्यापार और निवेश की वृद्धि से आपूर्ति श्रृंखलाओं की मरम्मत में मदद मिलेगी। एशिया-प्रशांत क्षेत्र में उत्पादन क्षमता के एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता के रूप में, चीन टीकों और चिकित्सा उपकरणों के क्षेत्रों में महामारी के खिलाफ लड़ाई में सकारात्मक भूमिका निभाएगा।

दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं को बढ़ती वैश्विक चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को गहरा करने की आवश्यकता है, जिनमें टीकों के समान वितरण को आगे बढ़ाना, सबसे अविकसित अर्थव्यवस्थाओं में ऋण स्थिति का सुधार, जलवायु परिवर्तन और अंतर-अर्थव्यवस्था असमानता का निपटारा करना, और हरित, लचीला और समावेशी विकास को बढ़ावा देना शामिल है।

बता दें कि चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग 17 जनवरी को पेइचिंग में 2022 विश्व आर्थिक मंच के वीडियो सम्मेलन में भाग लेंगे और भाषण भी देंगे। कोविड-19 महामारी अभी भी फैल रही है, विश्व आर्थिक बहाली में अनिश्चितता बढ़ रही है, उत्तर और दक्षिण के बीच विकास की खाई लगातार चौड़ी हो रही है, और मानव जाति अभूतपूर्व चुनौतियों का सामना कर रही है। इस पृष्ठभूमि में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के विश्व आर्थिक मंच के वीडियो सम्मेलन में भाग लेने और भाषण देने का बड़ा महत्व है। महामारी के प्रकोप के बाद से, चीन ने सक्रिय रूप से अंतरराष्ट्रीय महामारी रोधी सहयोग किया है, विश्व आर्थिक बहाली और स्थिरता को बढ़ावा दिया है, वैश्विक शासन में सुधार को बढ़ावा दिया है, और विभिन्न देशों के साथ समान रूप से चुनौतियों का सामना किया है।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.