जर्मनी की ड्यूशलैंड की वेबसाइट ने 9 फरवरी को बताया कि पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक में महिला एथलीटों का अनुपात एक नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। लगभग 2900 एथलीटों में से 45 प्रतिशत महिलाएं हैं। ओलंपिक में सच्ची लैंगिक समानता दिख रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक एक सदी से भी अधिक समय से महिलाओं के साथ व्यवस्थित रूप से भेदभाव किया जाता रहा है। सबसे स्पष्ट उदाहरण यह है कि उन्होंने कम पदक जीते। लेकिन खेलों में लैंगिक अंतर धीरे-धीरे कम होता जा रहा है।
वहीं एएफपी के अनुसार पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक अब तक का सबसे लिंग-संतुलित शीतकालीन ओलंपिक है। प्रतियोगियों ने कहा कि मिश्रित टीम प्रतियोगिताओं की संख्या में वृद्धि महत्वपूर्ण है। इससे महिला खेल को बेहतर बनाने में मदद मिली। रिपोर्ट के अनुसार, पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक के आधे से अधिक खेलों में महिलाएं शामिल हैं।
कुछ साल पहले अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष थॉमस बाख ने लैंगिक समानता को लक्ष्य बनाया था। अब उन्होंने कहा कि हमने बहुत प्रगति हासिल की है। 2018 प्योंगचांग शीतकालीन ओलंपिक में महिला एथलीटों का अनुपात 41 प्रतिशत से बढ़कर पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक में 45 प्रतिशत हो गया है, और संख्या में भी वृद्धि हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि 2024 पेरिस ओलंपिक और 2026 के मिलान शीतकालीन ओलंपिक में समान लिंगानुपात हासिल किया जा सकता है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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Source : IANS