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हार्पिन में बर्फ-मूर्ति कला

हार्पिन में बर्फ-मूर्ति कला

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IANS
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(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

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हर साल सर्दियों में उत्तरी चीन की सड़कों पर तरह-तरह की बर्फ से बनी मूर्तियां बनी नजर आती हैं। ये बर्फ-मूर्तियां पारंपरिक कौशल का उपयोग कर 10 हजार टन की बर्फ से बनायी जाने वाली कलात्मक वस्तुएं हैं, जो पार्कों और सड़कों की सुंदरता की शोभा बढ़ाते हैं। बर्फ से बनी मूर्तियां और रंगीन दीपों के जरिये सर्दियों में रोजाना एक आकर्षक और रूमानी शाम प्रतीत होती है।

हेमंत ऋतु में उत्तरी चीन में बहुत ठंड होने की वजह से बर्फ-मूर्ति नक्काशी व्यवसाय बहुत लोकप्रिय रहता है। चीन में बर्फ़-मूर्ति कला का सबसे अच्छी तरह विकसित क्षेत्र पूर्वोत्तर चीन है। इसमें हेलोंगच्यांग प्रांत की राजधानी हार्पिन सबसे मशहूर है, जहां हर साल आयोजित होने वाली बर्फ-मूर्ति प्रदर्शनी देश-विदेश में सुप्रसिद्ध है। हर साल अनगिनत पर्यटक बर्फ से बनी मूर्तियों को देखने आते हैं। इसके चलते प्रदर्शनी का पैमाना साल-ब-साल बढ़ रहा है। बर्फ-मूर्ति की नक्काशी करने वाले कलाकारों की संख्या लगातार बढ़ने के साथ-साथ मूर्तियों का रूप और विषय भी निरंतर व्यापक और विविध होता जा रहा है।

इन दिनों, 2022 में 48वां हार्पिन आइस लैंटर्न आर्ट गार्डन फेयर आयोजित हो रहा है, जिसकी थीम विंटर ओलंपिक लाइट और रंगीन आइस लैंटर्न है। प्रदर्शनी में पारंपरिक बर्फ लालटेन के अलावा, आधुनिक तकनीक की लेजर रोशनी से सजाई गई बर्फ की मूर्तियां भी हैं। पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक आयोजित होने वाला है, इस तरह मौजूदा प्रदर्शनी में ओलंपिक से संबंधित बर्फ की मूर्तियां भी देखने को मिल सकती हैं।

हेमंत ऋतु में पूर्वोत्तर चीन का मौसम बहुत ठंड रहता है। यहां बर्फ बहुत सामान्य चीज है। इस तरह नक्काशी के लिए बर्फ का आयतन भी बड़े से बड़ा होता जा रहा है। सर्दियों में बर्फ की दीवार और बर्फ की सीढ़ी जैसी तरह-तरह की वस्तुओं से हार्पिन शहर एक वास्तविक बर्फ मूर्तिकला का गढ़ बन जाता है। साथ ही, यह अंतरराष्ट्रीय बर्फ-मूर्ति प्रतियोगिता के आयोजन के लिए महत्वपूर्ण शहर भी है। अब तक हार्पिन 34 बार अंतरराष्ट्रीय बर्फ-मूर्ति प्रतियोगिता का आयोजन कर चुका है।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

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