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बीबीसी को निष्पक्ष रुख अपनाकर चीन और लैटिन अमेरिका व कैरेबियाई देशों के बीच सहयोग को देखना चाहिये

बीबीसी को निष्पक्ष रुख अपनाकर चीन और लैटिन अमेरिका व कैरेबियाई देशों के बीच सहयोग को देखना चाहिये

Updated on: 28 Aug 2021, 06:05 PM

बीजिंग:

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता चाओलीच्येन ने 27 अगस्त को कहा कि बीबीसी को निष्पक्ष रुख अपना कर चीन और लैटिन अमेरिका व कैरेबियाई देशों के बीच सामान्य सहयोग को देखना चाहिये।

हाल ही में बीबीसी के होस्ट ने बारबाडोस की प्रधानमंत्री मियामोटली का साक्षात्कार करते समय कई बार जाल बिछाकर चीन और कैरेबियाई देशों के बीच द्विपक्षीय आदान-प्रदान और आर्थिक सहयोग को बदनाम किया। मोटली ने वस्तुनिष्ठ रूप से बारबाडोस समेत कैरेबियाई देशों और चीन के बीच सहयोग की स्थिति बतायी और होस्ट द्वारा किये गये अपराधके अनुमान का खंडन किया।

इसकी चर्चा में चाओलीच्येन ने कहा कि बीबीसी ने जानबूझकर चीन की कूटनीति और वैदेशिक आर्थिक सहयोग को बदनाम किया, और चीन के साथ बारबाडोस समेत कैरेबियाई देशों के सामान्य आदान-प्रदान को जागीरदार शक्ति के रूप में विकृत कर दिया। जैसे प्रधानमंत्री मोटली ने कहा था कि बीबीसी के होस्ट के सवाल से यह जाहिर हुआ है कि बीबीसी बारबाडोस को एक स्वतंत्र देश नहीं मानता, और बारबाडोस के साथ समानता से व्यवहार भी नहीं करता है।

चाओलीच्येन ने कहा कि बारबाडोस कैरेबियाई क्षेत्रों में चीन का अच्छा दोस्त और अच्छा साझेदार है। दोनों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के बाद 44 वर्षों में चीन-बारबाडोस संबंधों का अच्छा विकास हुआ। चीन सक्रिय रूप से बारबाडोस समेत लैटिन अमेरिका व कैरेबियाई देशों के संबंधों व सहयोग को मजबूत करता है, और दोनों पक्षों की जनता को वास्तविक लाभ देता है। चीन हमेशा आपसी सम्मान, निष्पक्षता व न्याय, सहयोग व समान जीत वाले नये अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के निर्माण की कोशिश करेगा, और मानव साझा नियति समुदाय के निर्माण को मजबूत करेगा।

(साभार- चाइनामीडियाग्रुप, पेइचिंग)

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